Edited By Ajay kumar,Updated: 12 Mar, 2024 10:44 PM
गंगा एक्सप्रेस वे की जद में आए परिषदीय स्कूल को कार्यदायी संस्था ने अधिग्रहण कर उसका भवन निर्माण कराने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग को 32 लाख 5 हजार रुपये का भुगतान किया था। रकम को पीएनबी के खाते में जमा किया जाना था। परंतु बैंक ऑफ बड़ौडा बैंक में जमा...
बदायूं: गंगा एक्सप्रेस वे की जद में आए परिषदीय स्कूल को कार्यदायी संस्था ने अधिग्रहण कर उसका भवन निर्माण कराने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग को 32 लाख 5 हजार रुपये का भुगतान किया था। रकम को पीएनबी के खाते में जमा किया जाना था। परंतु बैंक ऑफ बड़ौडा बैंक में जमा की गई। अब यह रकम खाते से निकाली जा चुकी है।
जानकारी विभागीय अधिकारियों को होने पर मचा हड़कंप
भवन बनने से पूर्व ही धनराशि को बैंक खाते से निकाले जाने की जानकारी विभागीय अधिकारियों को होने पर हड़कंप मचा हुआ है लेकिन कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं है कि धनराशि कब और किसके द्वारा निकाली गई जो कि रहस्य बना हुआ है। जिसकी विभागीय अधिकारी अंदर ही अंदर जांच में जुटे हुए हैं। मेरठ से लेकर प्रयागराज तक गंगा एक्सप्रेस वे का निर्माण हो रहा है। जिले में 92 किमी का हिस्सा कार्यदायी संस्था यूपीडा बना रही है। एक्सप्रेस वे की जद में आई धार्मिक और सरकारी भवनों को अधिग्रहीत किया गया था। इनके पुनः निर्माण के लिए कार्यदायी संस्था द्वारा भुगतान भी किया गया।
धनराशि को पीएनबी के खाते में जमा किया जाना था लेकिन
गंगा एक्सप्रेस वे की जद में आए दातागंज ब्लॉक के सैदपुर आरिल प्राथमिक स्कूल के भवन को भी कार्यदायी संस्था द्वारा अधिग्रहीत किया गया था। स्कूल भवन निर्माण के लिए कार्यदायी संस्था यूपीडा द्वारा बेसिक शिक्षा विभाग को करीब 32 लाख पांच हजार रुपये का भुगतान किया गया था। इस धनराशि को पीएनबी के खाते में जमा किया जाना था लेकिन विभाग के जिम्मेदारों ने बैंक ऑफ बड़ौदा खाते में जमा कराया गया। भवन निर्माण से पूर्व यह धनराशि बैंक ऑफ बड़ौदा खाते से निकाली जा चुकी है। इसकी जानकारी विभाग को तब हुई जब खाते को चेक कराया गया। खाते में धनराशि नहीं थी।
निर्माण से पूर्व धनराशि निकाली जा चुकी हैः सीडीओ
सीडीओ केशव कुमार ने बताया कि भवन निर्माण के लिए कार्यदायी 6 संस्था यूपीडा द्वारा भुगतान कर दिया गया। निर्माण से पूर्व धनराशि निकाली जा चुकी है। इसकी जानकारी नहीं है। बीएसए से जानकारी की जाएगी।