Edited By Ramkesh,Updated: 25 Feb, 2024 12:39 PM
लोकसभा चुनाव से पहले नेताओं का पार्टी बदने का दौर शुरु हो गए है। नेता अपनी जीत पक्की करने के लिए अपना नया ठिकाना चुन रहे हैं। इसकी क्रम में अम्बेडकर नगर जिले से BSP सांसद ने पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। सांसद बीजेपी शामिल हो गए हैं।
लखनऊ: लोकसभा चुनाव से पहले नेताओं का पार्टी बदने का दौर शुरु हो गए है। नेता अपनी जीत पक्की करने के लिए अपना नया ठिकाना चुन रहे हैं। इसकी क्रम में अम्बेडकर नगर जिले से BSP सांसद ने पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। सांसद बीजेपी शामिल हो गए हैं। सांसद ने पार्टी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा- 'लंबे समय से मुझे न तो पार्टी की बैठकों में बुलाया जा रहा है और न ही नेतृत्व के स्तर पर संवाद किया जा रहा है। मैंने आपसे तथा शीर्ष पदाधिकारियों से संपर्क के लिए, भेंट के लिए अनगिनत प्रयास किये, लेकिन उनका कोई परिणाम नहीं निकला। इस अंतराल में में अपने क्षेत्र में एवं अन्यत्र पार्टी के कार्यकर्ताओं और समर्थकों से निरंतर मिलता-जुलता रहा तथा क्षेत्र के कार्यों में जुटा रहा। ऐसे में में इस निष्कर्ष पर पहुँचा हूँ कि पार्टी को मेरी सेवा और उपस्थिति की अब आवश्यकता नहीं रही इसलिए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र देने के अलावा मेरे समक्ष कोई विकल्प नहीं है। पार्टी से नाता तोड़ने का यह निर्णय भावनात्मक रूप से एक कठिन निर्णय है।
उन्होंने आगे लिखा कि सार्वजनिक जीवन में बसपा के माध्यम से जब से मैंने प्रवेश किया, आपका मार्गदर्शन मिला, पार्टी पदाधिकारियों का सहयोग मिला तथा पार्टी के जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं ने मुझे हर कदम पर अंगुली पकड़कर राजनीति एवं समाज के गलियारे में चलना सिखाया। पार्टी ने मुझे उत्तर प्रदेश विधानसभा और लोकसभा में प्रतिनिधित्व करने का अवसर प्रदान किया, पार्टी ने मुझे लोकसभा में संसदीय दल के नेता रूप में कार्य का अवसर भी दिया।
गौरतलब है कि 2019 लोकसभा चुनाव में रितेश पाड़ें ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी मुकुट बिहारी को 95880 वोटों के विजयी अंतर से हराकर अंबेडकर नगर से लोकसभा चुनाव जीता। 2017 के विधानसभा चुनाव में, वह 90303 वोटों के अंतर से जीत के साथ जलालपुर निर्वाचन क्षेत्र से विधायक चुने गए। 2012 में, पांडे ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव लड़ा और समाजवादी पार्टी के शेर बहादुर सिंह से हार गए । पार्लियामेंट्री बिजनेस सर्वे में पांडे को देश के 539 सांसदों के बीच 19वां स्थान दिया गया है। वह टॉप-20 में शामिल होने वाले सबसे कम उम्र के सांसद हैं। विकास कार्यों पर किए गए खर्च के लिए भी पांडे को उत्कृष्ट ग्रेड मिला है। वह सदन के पटल पर रखे गए पत्रों पर संसदीय समिति के अध्यक्ष के रूप में भी कार्य करते हैं। 2020 में, वह लोकसभा में बहुजन समाज पार्टी के फ्लोर लीडर बन गए, और संसद में एक प्रमुख राष्ट्रीय पार्टी का नेतृत्व करने वाले सबसे कम उम्र के सांसदों में से एक बन गए।