Edited By ,Updated: 21 Feb, 2017 04:31 PM
केन्द्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने उत्तर प्रदेश में कांग्रेस-समाजवादी पार्टी के चुनावी गठबंधन पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि....
इलाहाबाद:केन्द्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने उत्तर प्रदेश में कांग्रेस-समाजवादी पार्टी के चुनावी गठबंधन पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि यह उन लोगों का गठबंधन है जिन्होंने पूर्व में इस देश को लूटा और जो वर्तमान में इस राज्य को लूट रहे हैं। अपना दल के दिवंगत संस्थापक सोने लाल पटेल की पुत्री अनुप्रिया पटेल ने यहां संवाददाताआें से कहा कि यह देखकर आश्चर्य होता है कि जिन्होंने पूर्व में इस देश को लूटा और जो वर्तमान में इस राज्य को लूट रहे हैं, उन लोगों ने अब हाथ मिला लिया है।
‘हम उप्र में अगली सरकार बनाएंगे’
कांग्रेस और सपा को यह हताशा भरा कदम उठाने पर इसलिए उतारू होना पड़ा क्योंकि वे विधानसभा चुनावों के प्रथम तीन चरणों में भाजपा....अपना दल गठबंधन की प्रगति से भयभीत हैं। पटेल ने दावा किया कि भाजपा ने प्रथम तीन चरण के चुनावों में जबरदस्त बढ़त हासिल की है, जबकि बाकी चार में हमारी स्थिति और मजबूत होगी जहां उनकी पार्टी भाजपा के साथ बनी समझ के तहत सीटों पर चुनाव लड़ रही है। उन्होंने यह भी दावा किया ‘हम उप्र में अगली सरकार बनाएंगे।’ केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री पटेल ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के सुशासन के दावों को खारिज किया और कहा कि राज्य में सपा के पांच साल का शासन अराजकता भरा रहा है।
पटेल ने पहली बार वर्ष 2012 में लड़ा था विधानसभा चुनाव
केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा कि सत्तारूढ़ पार्टी को अपने दुष्कर्मों के चलते सत्ता जाने का भय है और यही वजह है कि इसने लोगों का ध्यान भटकाने के लिए परिवार में विवाद दिखाने का प्रयास किया और इसके बाद लखनऊ मेट्रो और आगरा एक्सप्रेसवे जैसी परियोजनाआें का उद्घाटन किया जो अभी तक पूरी नहीं हुई हैं। जब इसे एहसास हो गया कि इन चालबाजियों का अपेक्षित असर नहीं हो रहा है तो इसने अंतत: कांग्रेस के साथ गठबंधन किया। लेकिन उप्र की जनता इस नाटक को समझने के लिए काफी बुद्घिमान है। पटेल ने पहली बार वर्ष 2012 में विधानसभा चुनाव लड़ा और वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के अंतर्गत आने वाली रोहनिया विधानसभा सीट से विधायक चुनी गई। उनकी पार्टी ने साल 2014 के आम चुनावों से पहले भाजपा नीत राजग से हाथ मिला लिया जिसमें उन्होंने मिर्जापुर से चुनाव लड़ा और लोकसभा के लिए चुनी गई।