Edited By Mamta Yadav,Updated: 02 Feb, 2024 11:52 PM
विश्व के अजूबों में शामिल ताजमहल में सालाना लगने वाले शाहजहां के उर्स के आयोजन के खिलाफ अखिल भारत हिंदू महासभा ने न्यायालय में याचिका दायर की है। अदालत ने इस मामले में आयोजन समिति को नोटिस देते हुए दो दिन में जवाब मांगा है। ताजमहल में शाहजहां का...
Agra News: विश्व के अजूबों में शामिल ताजमहल में सालाना लगने वाले शाहजहां के उर्स के आयोजन के खिलाफ अखिल भारत हिंदू महासभा ने न्यायालय में याचिका दायर की है। अदालत ने इस मामले में आयोजन समिति को नोटिस देते हुए दो दिन में जवाब मांगा है। ताजमहल में शाहजहां का उर्स छह फरवरी से शुरू होने वाला है।
शाहजहां का इस साल 369वां उर्स
बता दें कि अखिल भारत हिंदू महासभा के जिलाध्यक्ष सौरभ शर्मा और मीना दिवाकर ने शुक्रवार को वाद दायर कर शाहजहां उर्स सेलीब्रेशन कमेटी के अध्यक्ष सैयद इब्राहीम जैदी को प्रतिवादी बनाया है। कोर्ट ने वादी के वाद को स्वीकार कर प्रतिवादी को अपना पक्ष रखने के लिए 4 मार्च को नोटिस तामील कराने के आदेश दिए हैं। जिससे छह फरवरी से शुरू होने वाले 3 दिवसीय उर्स पर संकट के बादल छा रहे हैं। दरअसल, हर साल हिजरी कैलेंडर के रजब माह की 25, 26 व 27 तारीख को शाहजहां का तीन दिवसीय उर्स मनाया जाता है। इस बार यह तिथियां 6 से 8 फरवरी तक पड़ रही हैं। शाहजहां का इस साल 369वां उर्स है। उर्स के दौरान ताजमहल के तहखाने में स्थित शाहजहां और मुमताज की असली कब्रों को खोला जाता है।
ताजमहल परिसर में शव मिले तो उनका, शिव मिले तो हमारे
सौरभ शर्मा ने ने कहा कि ताजमहल में उर्स कराने का एएसआई के पास कोई आदेश नहीं है। इस बारे में हमने सूचना के अधिकार के तहत एएसआई से जानकारी ली थी। सनातन धर्म के लोग ताजमहल में केसरी पटका भी डालकर नहीं जा सकते हैं। वहां पर एक कब्र पर 1580 मीटर की चादर चढाई जाएगी। हमारी मांग है कि ताजमहल की खुदाई करें, सर्वे कराया जाए। वहां पर हिंदू मंदिर के सबूत मिलेंगे। यदि ताजमहल परिसर में शव मिले तो उनका, शिव मिले तो हमारे हैं।