Edited By Imran,Updated: 12 Apr, 2024 01:11 PM
लोकसभा चुनाव में अकेले लड़ रही बहुजन समाज पार्टी की आकाश आनंद कमान संभालते हुए दिखाई दे रहे हैं। बता दें कि उन्होंने आज दलितों की राजधानी कहे जाने वाले आगरा में पहली बार अकेले जनसभा की।
UP Politics: लोकसभा चुनाव में अकेले लड़ रही बहुजन समाज पार्टी की आकाश आनंद कमान संभालते हुए दिखाई दे रहे हैं। बता दें कि उन्होंने आज दलितों की राजधानी कहे जाने वाले आगरा में पहली बार अकेले जनसभा की। अनुसूचित जाति बाहुल्य चक्कीपाट में लोकसभा प्रत्याशियों के समर्थन में की गई सभा में आकाश आनंद ने युवाओं से कहा कि वह नीला पटका पहनकर आने वाले बहुरूपियों से सावधान रहें। वह विरोधी दलों के स्लीपर सेल हैं, जो समाज को तोड़ने के लिए भेजे गए हैं।
बसपा सुप्रीमो मायावती के भतीजे आकाश आनंद तय समय से पांच घंटे देरी से चक्कीपाट आए। इस दौरान उन्होंने जनता को संबोधन करते हुए भाजपा, सपा और कांग्रेस का नाम लिए बिना चंद्रशेखर आजाद पर निशाना साधा। कहा कि विरोधी दल बहुजन मूवमेंट को तबाह करने के लिए साम-दाम, दंड-भेद अपना रहे हैं। उन्होंने कहा है कि स्लीपर सेल की तरह बहुरूपिए भेज रहे हैं जो नीला पटका पहनकर वोट मांगने आ रहे हैं। उन्हें पहचानिए। युवा ऐसे लोगों से सतर्क रहें। ये सपा, कांग्रेस, भाजपा के चमचे हैं। भाजपा नौकरियों में आरक्षण खत्म कर रही है। यह बहुजन समाज के बच्चों को पढ़ने नहीं देंगे। जब पढ़ेंगे नहीं तो नौकरी में कैसे आएंगे और आरक्षण कैसे पाएंगे।
BJP से राशन नहीं नौकरी की मांग करो
जनता को संबोधन करने के साथ आकाश आनंद ने कहा कि भाजपा 10 साल से सत्ता में है। रोजगार देने का वादा किया, पर नौकरी कहां है। उन्होंने यह भी कहा कि अब कोई वोट मांगे तो तुम पहले उससे नौकरी मांग करना। जो भी एक साल में 6 हजार और राशन देने आएगा
उसके मुंह पर थैला फेंककर मारना। सवाल पूछना कि ढाई लाख रुपये सालाना की नौकरी कहा हैं। गुजरात का यह मॉडल उनकी समझ से परे है। ये यूपी के युवा उनके भ्रम में नहीं आएंगे। पेपर लीक से उनका भविष्य खराब हो रहा है।
लाल टोपी पर साइकिल से आने वाले हमें टोपा पहना गए
इस दौरान उन्होंने सपा को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि लाल टोपी पर साइकिल से आने वाले हमें टोपा पहना गए। उनकी साइकिल में हवा नहीं है। मुस्लिमों ने वोट दिए, पर उनके लिए एक शब्द नहीं बोलते। कांग्रेस पर हमला करते हुए बोले कि जो कांग्रेस 60 साल में वादे पूरे नहीं कर पाई, वह पांच साल में क्या करेगी।