Edited By Ramkesh,Updated: 30 Mar, 2024 02:42 PM
भड़काऊ भाषण देने और अधिकारियों से हिसाब-किताब कर लेने की धमकी देने के आरोप में कासगंज जेल में बंद मऊ सदर सीट से विधायक अब्बास अंसारी अपने पिता मुख्तार अंसारी के जनाजे में शामिल नहीं हो सका। जनाजे में शामिल होने से पहले अपनी पत्नी निकहत से अब्बास ने...
लखनऊ: भड़काऊ भाषण देने और अधिकारियों से हिसाब-किताब कर लेने की धमकी देने के आरोप में कासगंज जेल में बंद मऊ सदर सीट से विधायक अब्बास अंसारी अपने पिता मुख्तार अंसारी के जनाजे में शामिल नहीं हो सका। जनाजे में शामिल होने से पहले अपनी पत्नी निकहत से अब्बास ने फोन पर बात की, इस दौरान वह जनाने में शामिल न होने की वजह से फूट- फूटकर रोने लगा , उसके बाद अपनी बैरग में बेसुध होकर बैठ गया। बताय जा रहा है अब्बास रोजा भी रखा है।
आप को बता दें कि पिता की मौत के बाद जनाजे में शामिल होने के लिए अब्बास के वकील ने इलाहाबाद हाई कोर्ट में याचिका दायर करने की तैयारी में थे। लेकिन कोर्ट में आवेदन नहीं कर सके। हालांकि माफिया से नेता बने पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी का शव कड़ी सुरक्षा के बीच शनिवार को गाजीपुर जिले के उनके पैतृक निवास युसूफपुर मोहम्मदाबाद के निकट कालीबाग स्थित कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया गया।
पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि इससे पहले मुख्तार के पैतृक आवास से सुबह के समय जनाजा निकाला गया जिसमें उनके सांसद भाई अफजाल अंसारी, पुत्र उमर अंसारी और भतीजे विधायक सुहेब अंसारी समेत परिवार के सदस्य तथा समर्थक शामिल रहे। उनके बड़े भाई एवं पूर्व विधायक सिगबतुल्लाह अंसारी समेत परिवार और रिश्तेदार भी जनाजे में शामिल हुए। इस दौरान भीड़ ने नारे भी लगाये। अफजाल अंसारी ने कब्रिस्ता न पहुंचकर लोगों को समझाया कि भीड़ एकत्र न करें और शांति बनाये रखने की अपील की। बाद में सिगबतुल्लाह भी वहां पहुंचे। जनाजे की नमाजों के बाद कालीबाग कब्रिस्तान में अंसारी का शव दफनाया गया। सबसे पहले, मुख्तार के पैतृक आवास के निकट मैदान में भी नमाज पढ़ी गई। बाद में भी नमाज अदा की गयी।