Edited By Ramanjot,Updated: 12 Feb, 2021 03:02 PM
चमोली जिले के तपोवन हाइडल प्रोजेक्ट साइट के पास एक कुत्ता पिछले 3 दिन से टनल के पास बैठा है। उसे कई बार भगाया गया लेकिन वह हर बार वापस आकर वहीं पर बैठ जाता है। दरअसल, यह कुत्ता आपदा के कारण टनल में फंसे अपने मालिक का बेसब्री से इंतजार कर रहा है।...
चमोलीः ग्लेशियर टूटने से उत्तराखंड के चमोली जिले में रविवार को आई बाढ़ से क्षतिग्रस्त तपोवन-विष्णुगाड परियोजना की गाद से भरी तपोवन सुरंग में फंसे 30-35 लोगों तक पहुंचने के लिए गुरुवार को अभियान फिर शुरू कर दिया गया। इसी बीच लोगों ने देखा कि एक कुत्ता पिछले 3 दिन से टनल के पास बैठा है। उसे कई बार भगाया गया लेकिन वह हर बार वापस आकर वहीं पर बैठ जाता है।
दरअसल, यह कुत्ता तपोवन हाइडल प्रोजेक्ट साइट के पास बैठकर आपदा के कारण टनल में फंसे अपने मालिक का बेसब्री से इंतजार कर रहा है। बहुत कोशिश करने के बाद भी वह अपने मालिक को ढूंढ नहीं पाया। अब कुत्ता टनल के पास यह उम्मीद लगाए बैठा है कि उसका मालिक कब सुरंग से बाहर आएगा।
बता दें कि तपोवन सुरंग में फंसे 25 से 35 लोगों को ढूंढने में आ रही दिक्कतों के बाद बचाव दलों ने गुरुवार को बहुआयामी रणनीति अपनाई है। इस ऑपरेशन में उत्तराखंड पुलिस के साथ एसडीआरएफ की 8 टीमें लगी हुई हैं। सेना, एनडीआरएफ, आइटीबीपी और एसडीआरएफ द्वारा लगातार चलाए जा रहे बचाव और तलाश अभियान में पांचवे दिन सुरंग में फंसे लोगों को ढूंढने के लिए रिमोट सेंसिंग से लेकर ड्रिलिंग तक हर तकनीक अपनाई जा रही है।