Edited By Punjab Kesari,Updated: 29 Jan, 2018 06:00 PM
कांग्रेस के नवनियुक्त अध्यक्ष राहुल गांधी अपने पार्टी के नेताओं को कानून व्यवस्था के पालन की शिक्षा लगातार दे रहे हैं। उधर उत्तराखंड के कांग्रेसी हैं जो कुछ भी मानने समझने को तैयार नहीं हैं।
देहरादून/ब्यूरो। कांग्रेस के नवनियुक्त अध्यक्ष राहुल गांधी अपने पार्टी के नेताओं को कानून व्यवस्था के पालन की शिक्षा लगातार दे रहे हैं। उधर उत्तराखंड के कांग्रेसी हैं जो कुछ भी मानने समझने को तैयार नहीं हैं। इसका प्रमाण सोमवार को राजधानी निकली चेतना रैली में मिला।
जब अधिसंख्य बाइक सवारों ने चेतना और चैतन्यता को ताख पर रखकर बिना हेलमेट शहर की सड़कों पर हंगामा काटा। यह सब उस समय हुआ, जब बच्चों का स्कूल जाने का समय होता है। सवाल यह है कि जो बच्चे बड़े हो रहे हैं, उनमें कौन सा संदेश जाएगा। सैकड़ों नंगे सिर वाले बाइक और स्कूटी चालकों को देखकर।
यह न तो कांग्रेस के किसी बड़े नेता को नजर आया और न कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए तैनात पुलिस को। जब राजधानी का यह हाल है, तो प्रदेश में यातायात व्यवस्था किस ढर्रे पर चल रही होगी, सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। रैली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह के नेतृत्व में निकाली गई। उस समय वहां पूर्व मंत्री दिनेश अग्रवाल, कांग्रेस नेता सूर्यकांत धस्माना, लालचंद शर्मा सहित कई दिग्गज मौजूद थे।
किसी ने भी अपने कार्यकर्ताओं को हेलमेट पहनकर अपने सिर को सुरक्षित करने के लिए नहीं कहा। रैली प्रिंस चौक, सहारनपुर चौक, निरंजनपुर मंडी, सेंट ज्यूट्स चौक, जीएमएस रोड होते हुए चौधरी फार्म पर समाप्त हुई। रास्ते में कई स्कूल हैं, पर महंगाई, बेरोजगारी, नोटबंदी, एफडीआई और किसानों का ऋण माफ न करने के विरोध में रैली निकालने वालों को जरा भी सुध नहीं रही कि बच्चे क्या देखेंगे, क्या सीखेंगे।