Edited By Ajay kumar,Updated: 03 May, 2020 11:26 AM
लॉकडाउन की वजह से देश के करोड़ों गरीब-मजदूर वर्गों का काम धंधा बंद हो गया है। जिसकी वजह से उनके ऊपर रोजी रोटी का संकट मंडराने लगा है। इतना ही नहीं कई लोग तो अब भुखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं।
लखनऊ: लॉकडाउन की वजह से देश के करोड़ों गरीब-मजदूर वर्गों का काम धंधा बंद हो गया है। जिसकी वजह से उनके ऊपर रोजी रोटी का संकट मंडराने लगा है। इतना ही नहीं कई लोग तो अब भुखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं। इस हालत में उनके लिए राहत की बजाए एक और बुरी खबर सामने आई है। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में उनके हिस्से का 95 कुंतल गेहूं-चावल गायब हो गया है। हालांकि मामला मीडिया में सामने आने पर आरोपी कोटेदार के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
गरीबों के राशन की कालाबाजारी करने के आरोप में शनिवार को हसनगंज क्षेत्र के एक कोटेदार के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई। शिवपुरम त्रिवेणी नगर-तृतीय स्थित कोटेदार दुर्गा प्रसाद पर करीब 95 कुंतल गेहूं-चावल की कालाबाजारी का आरोप लगा है। शनिवार को डीएसओ ने छापामार कर यह गोलमाल पकड़ा।
डीएसओ सुनील कुमार सिंह ने बताया कि छापेमारी के दौरान इस दुकान पर 92 बोरे गेहूं और 61 बोरे चावल कम पाया गया है। यानी करीब 46 कुंतल गेहूं व 30.5 कुंतल चावल गोदाम में नहीं मिला। इसके आलावा प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना का 18.80 कुंतल चावल भी नहीं था। वह बताते हैं कि गोदाम में राशन का न होने का मतलब राशन की कालाबाजारी की गई है। कोटेदार समेत दो अन्य लोगों के खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया है।