Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Nov, 2017 06:24 PM
नोटबंदी के एक साल पूरे होने पर समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि यह नोटबंदी का एक बरस नहीं, ‘बरसी’ है। वहीं, मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव ने ट्वीट किया है कि अभी इस कदम के लाभ हानि पर फैसला सुनाना ‘जल्दबाजी’ होगी।
लखनऊ: नोटबंदी के एक साल पूरे होने पर समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि यह नोटबंदी का एक बरस नहीं, ‘बरसी’ है। वहीं, मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव ने ट्वीट किया है कि अभी इस कदम के लाभ हानि पर फैसला सुनाना ‘जल्दबाजी’ होगी।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने नोटबंदी के खिलाफ अपने ट्वीट में कहा,‘‘अर्थव्यवस्था की बदहाली, कारोबार उद्योग की बरबादी एवं देश्वयापी बेरोजगारी में नोटबंदी का जश्न दुखद है, जो नोटबंदी का एक बरस नहीं बरसी है।’’ वहीं, दूसरी ओर वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लडऩे वाली अपर्णा ने अपने ट्वीटर एकाउंट अपर्णा बिस्ट से ट्वीट किया, ‘हमें अभी भी इस कदम के सही परिणाम का पता लगाना है। यह सही है या गलत, यह पता लगाने के लिए यह वक्त बहुत कम है।
‘डेमोविन्स’ समाजवादी सरंक्षक मुलायम की छोटी बहू अपर्णा यादव के इस ट््वीट पर प्रतिक्रिया जानने के लिये जब समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता और विधान परिषद सदस्य सुनील सिंह साजन से बात की तो उन्होंने कहा, ‘‘किसने क्या ट््वीट किया इससे पार्टी को कोई लेना देना नहीं है। समाजवादी पार्टी हमेशा नोटबंदी को केंद्र की भाजपा सरकार का गलत फैसला मानती थी और आज भी मानती है। पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव का साफ मानना है कि नोटबंदी से आम आदमी, मजदूर, किसान, छोटे व्यापारियों को काफी नुकसान पहुंचा है।’’ उन्होंने कहा कि यह केंद्र सरकार का एक आम जनता के हितो के खिलाफ लिया गया फैसला था।
गौरतलब है कि अपर्णा यादव सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के दूसरे पुत्र प्रतीक यादव की पत्नी है और 2017 के विधानसभा चुनाव में लखनऊ कैंट सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन वह चुनाव हार गयी थी। बाद में योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद वह और उनके पति प्रतीक मुख्यमंत्री से मिलने भी गये थे।