Edited By prachi,Updated: 21 Nov, 2018 06:58 PM
झारखंड के बोकारो जिले में सीआरपीएफ जवानों ने अधिकारियों के आदेश पर एक अनूठी उदाहरण पेश की है। जिले में सीआरपीएफ जवानों के हाथों में बंदूक की जगह कलम आ गई है। वह शिक्षकों की तरह स्कूलों में बच्चों को पढ़ा रहे हैं.........
बोकारो: झारखंड के बोकारो जिले में सीआरपीएफ जवानों ने अधिकारियों के आदेश पर एक अनूठी उदाहरण पेश की है। जिले में सीआरपीएफ जवानों के हाथों में बंदूक की जगह कलम आ गई है। वह शिक्षकों की तरह स्कूलों में बच्चों को पढ़ा रहे हैं।
दरअसल पारा शिक्षकों की हड़ताल की वजह से स्कूलों में पढ़ाई ठप ना हो इसलिए इन जवानों ने अधिकारियों के निर्देश पर विद्यालयों में मोर्चा संभाल लिया है। जानकारी के अनुसार, बोकारो में कुल 1568 सरकारी स्कूल हैं। जिले के 721 स्कूलों में पारा शिक्षक तैनात हैं। पारा शिक्षकों की हड़ताल की वजह से इन स्कूलों की पढ़ाई बाधित हो रही थी। ऐसे में सीआरपीएफ जवानों ने अधिकारियों के आदेश पर इन स्कूलों में मोर्चा संभाल लिया है और शिक्षकों की तरह बच्चों को पढ़ा रहे हैं।
बोकारो जिला शिक्षा अधीक्षक रेणुका तिग्गा का कहना है कि पारा शिक्षकों की हड़ताल के कारण स्थिति से निपटने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है। कई लोग आगे आकर बच्चों को पढ़ाने का काम कर रहे हैं, जोकि अच्छी बात है। बता दें कि सरकार के सख्त रवैये के बावजूद पारा शिक्षक पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। उनकी हड़ताल लगातार जारी है।