Edited By Nitika,Updated: 15 Jan, 2020 05:37 PM
बिहार में इस वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले आज मकर संक्रांति के मौके पर ‘दही-चूड़ा'' भोज के बहाने जहां राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) ने एकजुटता दिखाई। वहीं ऐसे ‘सियासी भोज'' से सबका ध्यान खींचने वाले ‘लालू आवास'' में सन्नाटा पसरा रहा।
पटनाः बिहार में इस वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले आज मकर संक्रांति के मौके पर ‘दही-चूड़ा' भोज के बहाने जहां राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) ने एकजुटता दिखाई। वहीं ऐसे ‘सियासी भोज' से सबका ध्यान खींचने वाले ‘लालू आवास' में सन्नाटा पसरा रहा।
जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह के आवास पर आयोजित दही-चूड़ा भोज में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी समेत मंत्रिमंडल के सदस्य और भाजपा और जदयू के कई नेता शामिल हुए। इस भोज में दरभंगा के केवटी से राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के विधायक फराज फातिमी के पहुंचने से राजनीतिक सरगर्मी भी बढ़ गई।
फातमी राजद प्रमुख लालू यादव के करीबी रहे दरभंगा से सांसद और केंद्रीय मंत्री रह चुके अली अशरफ फातमी के पुत्र हैं। अशरफ फातमी ने पिछले साल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में आस्था जताते हुए जदयू का दामन थाम लिया था। वहीं जदयू के भोज में पहुंचे फातमी ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जमकर प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि बिहार में मुख्यमंत्री पद के लिए नीतीश कुमार से बड़ा चेहरा कोई नहीं है।