Edited By prachi,Updated: 25 Sep, 2019 12:42 PM
जदयू के सांसद महेंद्र प्रसाद एक अजीबोगरीब कानूनी पचड़े में फंस गए हैं क्योंकि एक महिला ने उनकी कानूनी ब्याहता होने का दावा करते हुए अदालत का दरवाजा खटखटाया है और सांसद के साथ रहने की अनुमति मांगी है। महेंद्र प्रसाद को किंग महेंद्र के तौर पर भी जाना...
पटनाः जदयू के सांसद महेंद्र प्रसाद एक अजीबोगरीब कानूनी पचड़े में फंस गए हैं क्योंकि एक महिला ने उनकी कानूनी ब्याहता होने का दावा करते हुए अदालत का दरवाजा खटखटाया है और सांसद के साथ रहने की अनुमति मांगी है। महेंद्र प्रसाद को किंग महेंद्र के तौर पर भी जाना जाता है।
79 वर्षीय किंग महेंद्र के साथ पिछले 45 साल से रह रही महिला ने दिल्ली उच्च न्यायालय के उस आदेश को चुनौती दी है जिसमें उन्हें सबसे धनी सांसदों में शुमार जदयू नेता से चार हफ्ते के लिए अलग रहने का आदेश दिया गया है। यह मामला सुनवाई के लिए शीर्ष अदालत के समक्ष मंगलवार को आया और मामले की सुनवाई न्यायमूर्ति आर भानुमति की अगुवाई वाली पीठ ने की।
अदालत में महिला का पक्ष रखने वाले वरिष्ठ अधिवक्ता मुकुल रोहतगी ने कहा कि उच्च न्यायालय ने इस मामले में पूरी तरह से अवैध प्रक्रिया का पालन किया है और यहां तक कि सांसद भी महिला के साथ रहना चाहते हैं। महिला को प्रसाद का कानूनी ब्याहता करार देते हुए रोहतगी ने कहा कि पति और पत्नी को अलग क्यों रहना चाहिए। देश में लोकतंत्र है। इसे अजीबोगरीब ममाला बताते हुए उन्होंने मामले की जांच पर सवाल उठाया।
इससे पहले किंग महेंद्र के बेटे ने उच्च न्यायालय का रूख करते हुए दावा किया था कि उनके पिता ने अपने साथ रह रही महिला के साथ मिल कर उनकी मां को अवैध तरीके से बंधक बना लिया है जो उनकी वास्तविक पत्नी है। महिला पर प्रसाद की कानूनी तौर पर ब्याहता को अवैध तरीके से बंधक बनाने का आरोप है।
बता दें कि महेंद्र सिंह देश के सबसे अमीर सांसदों में से एक हैं। सांसद की कई फार्मास्युटिकल कंपनियां हैं और अन्य व्यवसाय हैं। मैप्रा लेबोरेटरीज प्राइवेट लिमिटेड और अरिस्टो फार्मास्यूटिकल कंपनी के मालिक किंग महेन्द्र के पास 4000 हजार करोड़ की चल और 2910 करोड़ की अचल संपत्ति है।