Edited By prachi,Updated: 18 Apr, 2019 02:15 PM
कांग्रेस के खिलाफ बागी तेवर अपना चुके शकील अहमद पर पार्टी कड़ी कार्रवाई कर सकती है। शकील अहमद ने पार्टी प्रवक्ता के पद से इस्तीफा देने के बाद मधुबनी से निर्दलीय नामांकन भरा है। इसके चलते कांग्रेस आलाकमान उनके खिलाफ सख्त तेवर अपना सकता है। कांग्रेस...
पटनाः कांग्रेस के खिलाफ बागी तेवर अपना चुके शकील अहमद पर पार्टी कड़ी कार्रवाई कर सकती है। शकील अहमद ने पार्टी प्रवक्ता के पद से इस्तीफा देने के बाद मधुबनी से निर्दलीय नामांकन भरा है। इसके चलते कांग्रेस आलाकमान उनके खिलाफ सख्त तेवर अपना सकता है।
कांग्रेस का कहना है कि अगर शकील अहमद ने नामांकन वापस नहीं लिया तो उनको पार्टी से निष्कासित भी किया जा सकता है। कहा जा रहा है कि शकील अहमद ने साफ कर दिया है कि वह नामांकन वापस नहीं लेंगे। शकील अहमद बिहार से तीन बार विधायक और मधुबनी लोकसभा सीट से दो बार सांसद रह चुके हैं।
बता दें कि सीट बंटवारे के तहत मधुबनी सीट बिहार महागठबंधन के घटक दल विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) को मिली है। वीआईपी ने बद्री पुर्बे को मधुबनी से अपना उम्मीदवार बनाया है।