Edited By prachi,Updated: 25 Jun, 2019 02:33 PM
बिहार की राजधानी पटना की महिला हेल्पलाइन में इस महीने तीन लड़कियां पहुंची जिन्होंने अपने माता-पिता से अलग हॉस्टल में रहने की बात कही। उनका कहना है कि उन्हें अपने माता-पिता से आजादी चाहिए। हेल्पलाइन में काउंसिलिंग के बाद उनमें सुधार तो आया लेकिन...
पटनाः बिहार की राजधानी पटना की महिला हेल्पलाइन में इस महीने तीन लड़कियां पहुंची जिन्होंने अपने माता-पिता से अलग हॉस्टल में रहने की बात कही। उनका कहना है कि उन्हें अपने माता-पिता से आजादी चाहिए। हेल्पलाइन में काउंसिलिंग के बाद उनमें सुधार तो आया लेकिन उन्हें मनोचिकित्सक के पास भी भेजा गया।
अपनी इकलौती बेटी को फौजी पिता ने हर प्रकार की सुविधा दी। बेटी द्वारा कई-कई घंटों तक फोन का इस्तेमाल करने पर जब पिता ने उसे फटकार लगाई तो बेटी ने पिता के खिलाफ ही हेल्पलाइन में शिकायत कर दी। उसने कहा कि वह दानापुर का अपना घर छोड़कर पटना के हॉस्टल में रहना चाहती है। हेल्पलाइन में जब मामले की काउंसिलिंग शुरू हुई तो उसकी जिद के सामने काउंसलर भी असफल रह गईं। अंत में उसे मनोचिकित्सक के पास भेजा गया।
जब परिवार ने 18 साल की एक लड़की पर ब्वॉयफ्रेंड से बात करने पर पाबंदी लगाई तो उसने सीधे महिला हेल्पलाइन में शिकायत कर दी और घर छोड़कर हॉस्टल में रहने की बात कही। लड़की ने अपने ही परिवार पर कई झूठे आरोप लगाए जिसे सुनकर परिवार के लोग भी हैरानी में पड़ गए। काउंसलर ने किसी तरह लड़की को समझाकर घर में रहने को मनाया। अभी भी काउंसिलिंग जारी है।
माता-पिता से दूर रह रही 17 वर्षीय लड़की ने शिकायत करतेे हुए कहा कि उसकी बुआ-दादी उसे बहुत तंग करती है। खाना नहीं देती। इस पर जब दोनों पक्षों की काउंसिलिंग की गई तब पता चला कि लड़की बिना बताए देर रात तक अपने दोस्तों के साथ घूमने निकल जाती है। इस पर जब बुआ-दादी उसे टोकती हैं तो उसे अच्छा नहीं लगता।