Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 Sep, 2017 04:18 PM
तहसील में कार्यरत सहायक क्लर्क की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है।
टिहरीः तहसील में कार्यरत सहायक क्लर्क की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। जिसमें वह एडीएम के फर्जी हस्ताक्षर कर स्टाम्प लाइसेंस जारी करता रहा। इस मामले का खुलासा होने पर डीएम ने क्लर्क को निलंबित कर दिया है। मामले की जांच के लिए एसडीएम घनसाली को जांच अधिकारी नियुक्त कर 15 दिनों में रिपोर्ट जारी करने के निर्देश दिए है।
जानकारी के अनुसार, कुछ दिन पूर्व एडीएम डॉ.एसके बरनवाल ने स्टाम्प लाइसेंस संबंधी दस्तावेजों की जांच की, जिसमें उन्हें फर्जी हस्ताक्षर कर लाइसेंस बांटने की जानकारी मिली। उन्होंने मामले की शिकायत डीएम से की। इस पर डीएम ने मामले से संबंधित दस्तावेज मंगवाकर जांच की।
बालगंगा तहसील में कार्यरत सहायक लिपिक अजयपाल नेगी वर्ष 2012 से जिला कार्यालय टिहरी में स्टाम्प सहायक के पद पर तैनात था। सरकारी धन को हड़पने और एडीएम के नकली हस्ताक्षर कर विक्रेता को स्टाम्प लाइसेंस वितरित के साथ लाइसेंस नवीनीकरण करने के मामले में डीएम सोनिका ने राजस्व विभाग में कार्यरत लिपिक को निलंबित कर दिया है।