Edited By Punjab Kesari,Updated: 29 Sep, 2017 02:49 PM
जहां चाह वहां राह" यह कहावत देहरादून में पढ़ने वाले बीएससी-आईटी के छात्र प्रदीप राणा पर एकदम सटीक बैठती है।
देहरादून(कुलदीप रावत): जहां चाह वहां राह" यह कहावत देहरादून में पढ़ने वाले बीएससी-आईटी के छात्र प्रदीप राणा पर एकदम सटीक बैठती है। प्रदीप ने 23 मई को देहरादून से दो पहियों पर सवार होकर दुनिया नापने का अपना सफर शुरू किया था जिसके बाद वह शुक्रवार को ऋषिकेश पहुंचा और यहां से बद्री-केदार (चारधाम) के लिए रवाना हो गया।
उत्तराखंड के प्रदीप राणा ने 23 मई को देहरादून से स्कॉल साईकल पर अपने उपकरणों के साथ यात्रा शुरू की। वह अब तक 128 दिनों में 16,200 किलोमीटर का रास्ता तय कर चुका है। प्रदीप ने 22 राज्य और 3 केंद्रीय शासित प्रदेशों से गुजरते हुए अपना लंबा सफर तय किया है। इनमे बिहार, वेस्ट बंगाल, सिक्किम, आसाम, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मेघालय जैसे राज्य शामिल हैं।
जानकारी के अनुसार इससे पहले महाराष्ट्र के संतोष ने 15,222 किलोमीटर यात्रा करके 'लांगेस्ट जर्नी बाई आ बाइसिकल इन आ सिंगल कंट्री' का रिकॉर्ड बनाकर अपना नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड में दर्ज करवाया था जिसके बाद अब प्रदीप राणा उनको पछाड़ चुके हैं और 16,200 किलोमीटर का लंबा सफर नाप चुके हैं।
उत्तराखंड के प्रदीप जब तीर्थनगरी पहुंचे तो यहां गढ़वाल महासभा के अध्यक्ष डॉ. राजे नेगी ने उनका स्वागत किया और उनको आगे की यात्रा के लिए शुभकामनाएँ दी। डॉ. राजे नेगी ने कहा कि जहां लोग गाड़ियों के इस्तेमाल से पर्यावरण को प्रदूषित कर रहे हैं वहीं प्रदीप ने साइकिल पर इतना लंबा सफर तय करते हुए लोगों को स्वच्छता का संदेश दिया है। उनका कहना है कि जहां आज देश के युवा लगातार नशे की ओर अपने कदम बढ़ा रहे हैं वहीं प्रदीप का यह कदम उन सब के लिए एक मिसाल है।