Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Oct, 2017 03:44 PM
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत शनिवार को पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने शहीद पुलिस जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए पुष्पचक्र अर्पित किया। मुख्यमंत्री ने वीर शहीदों के परिजनों के प्रति भी अपनी संवेदनाएं व्यक्त...
देहरादून (कुलदीप रावत): मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत शनिवार को पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने शहीद पुलिस जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए पुष्पचक्र अर्पित किया। मुख्यमंत्री ने वीर शहीदों के परिजनों के प्रति भी अपनी संवेदनाएं व्यक्त की।
मुख्यमंत्री ने की महत्वपूर्ण घोषणाएं
मुख्यमंत्री पुलिस लाइन में पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में पुलिस कार्मिकों के लिए और अधिक आवासीय भवनों के निर्माण की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस बल का मनोबल और उनकी कार्य क्षमता बनाए रखने के लिए यह आवश्यक है कि उन्हें अच्छी आवासीय व्यवस्था उपलब्ध हो।
पुलिस विभाग के कार्मिकों को विशिष्ट वीरता का प्रदर्शन करते समय वीरगति प्राप्त होने पर पूर्व में दी जाने वाली राशि को रुपए 10 लाख से बढ़ाकर रुपए 15 लाख कर दिया गया है। हेड कांस्टेबल और कांस्टेबल स्तर के समस्त पुलिसकर्मियों को दिया जाने वाला मोटर साइकल भत्ता 400 से बढ़ाकर 1200 प्रतिमाह करने की स्वीकृति दी गई है।
मुख्यमंत्री ने दिए पुलिसकर्मियों को सुझाव
मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस बल सभी को न्याय और कानून के समक्ष समानता के आधार पर काम करें। सभी पुलिसकर्मी पुलिस विभाग की ऐसी छवि बनाएं कि वर्दी में खड़े किसी कर्मी को देख पर्यटक और जनता अपने को सुरक्षित महसूस करें। उन्होंने कहा कि भारत में यह खतरा कुछ संगठित आतंकवादी संगठनों से है जिनसे निपटने के लिए पुलिस विभाग को हर समय सतर्क रहने की आवश्यकता है।
पुलिस महानिदेशक अनिल कुमार रतूड़ी ने बताया कि देश में शहीद हुए अधिकांश पुलिसकर्मी नक्सली ,आतंकवादी और उग्रवादी घटनाओं में शहीद हुए हैं। राज्य सरकार द्वारा पुलिस कर्मियों और उनके परिवारों के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं।