Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Nov, 2017 05:58 PM
मेरठ के थाना मेडिकल क्षेत्र में सोमवार को हुए व्यपारी व संघ नेता के मर्डर का आज मेरठ पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने महज 24 घंटो के अंदर हत्यारोपियों को ढूंढ निकला और आला कत्ल बरामद कर लिया है। बता दें कि इस खुलासे को क्राइम ब्रांच और थाना...
मेरठ(आदिल रहमान): मेरठ के थाना मेडिकल क्षेत्र में सोमवार को हुए व्यापारी व संघ नेता सुनील गर्ग के मर्डर का आज मेरठ पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने महज 24 घंटो के अंदर हत्यारोपियों को ढूंढ निकला और आला कत्ल बरामद कर लिया है। बता दें कि इस खुलासे को क्राइम ब्रांच और थाना सिविल लाइन ने संयुक्त रूप से मिलकर किया है।
पुलिस ने किया खुलासा
पुलिस ने बताया कि बसंत कुमार, आशु कपूर और सुशील कुमार ने मिलकर पहले तो सुनील गर्ग की हत्या की योजना बनाई। उन्होंने रविवार की शाम व्यापारी को फोन करके बुलाया और उसको अगवा करके चाकुओं से गोदकर मार डाला। इसके बाद तीनों रिक्शे में व्यापारी के शव को बोरे में भरकर ले गए और पांडव नगर के नाले के पास फेंक दिया।
गुस्साए लोगों ने किया हंगामा
इस दौरान मृतक के परिजन उसकी तलाश में भटकते रहे और न मिलने पर एसपी मान सिंह चौहान से शिकायत की। वहीं रात को नाले के पास शव को देखकर लोगों ने पुलिस को सूचना दी। इस हत्या के बाद से लोगों में उबाल पैदा हो गया। गुस्साए लोगों ने हापुड़ रोड जाम कर दिया और जमकर हंगामा करते हुए पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की।
सीसीटीवी में कैद हुए हत्यारे
उधर, पुलिस ने अपनी जांच शुरू की। वहीं जब आसपास के सीसीटीवी कैमरों को खंगाला गया तो एक ऐसा ही रिक्शा दिखाई दिया, जिसमें बोरा रखा हुआ था और उसके साथ 3 लोग थे। पुलिस ने सर्विलांस की मदद ली तो एक नंबर सामने आया। जिससे मृतक के नंबर के अलावा कुछ दिन पहले एक और व्यापारी को धमकी मिली थी। पुलिस ने नंबर और सीसीटीवी फुटेज की मदद से अपनी जांच को आगे बढ़ाया तो तीनों आरोपी सामने आए।
क्या कहना है आरोपी का?
आरोपी बसंत ने बताया कि वो टोटी का काम करता है। पिता की मौत के बाद बसंत को टोटी के काम में घाटा होने लगा। बसंत सुनील गर्ग से उधार लोहां लिया करता था, जिसके चलते उस पर कर्जा हो गया था। उसने कहा कि सुनील लगातार मुझसे पैसे मांगने लगा। जिससे परेशान होकर मैंने दोस्तों के साथ मिलकर सुनील को रस्ते से हटाने का मन बना लिया।