Edited By ,Updated: 03 May, 2016 07:07 PM
बदलते युग में नारी सशक्तिकरण का एक और उदाहरण संगम नगरी इलाहाबाद में देखने को मिला है।
इलाहाबाद(सैयद आकिब रजा): बदलते युग में नारी सशक्तिकरण का एक और उदाहरण संगम नगरी इलाहाबाद में देखने को मिला है। यहां के पेट्रोल पंपों पर अब तक पुरुषों को ही काम करते देखा जाता था लेकिन अब लड़कियां भी इस काम को बखुबी अंजाम दे रही हैं। सिविल लाइंस में स्थिति एक कंपनी ने नई पहल की है। यहां पिछले 2 महीने से लड़कियों को बतौर सेल्स गर्ल गाडिय़ों में फ्यूल भरते देखा जा सकता है। ये लड़कियां बड़ी जिम्मेदारी व शालीनता से अपनी ड्यूटी को अंजाम दे रही हैं। पुरुष प्रधान समाज के लिए भले ही यह कौतुहल का विषय हो लेकिन कामगार बेटियां इसे चैलेंज की तरह ले रही हैं।
सेल्स गर्ल ने कहा आत्म निर्भर बनने में कोई बुराई नहीं
पेट्रोल पंप पर सेल्स गर्ल का काम कर रही लड़कियां ग्रेजुएशन कम्प्लीट कर चुकी हैं। उनका कहना है आत्म निर्भर बनने में क्या बुराई है? हमारा सम्मान भी जीवित है और घरवालों को भी कोई दिक्कत नहीं है। आज कल की लड़कियों को सब कुछ सीखना चाहिए, काम कोई बड़ा या छोटा नहीं होता। लड़कियां अगर ठान लें तो कुछ भी नामुकिन नहीं है।
क्या कहते हैं पेट्रोल पंप मालिक?
पेट्रोल पंप के मालिक का कहना है कि उनके इस कदम से 2 फायदे हुए हैं। एक तो पेट्रोल पंप पर आने वाली लेडी कस्टमर खुद को पहले से ज्यादा सहज महसूस करती हैं। इसलिए उनकी संख्या भी बढ़ी है। इससे सेल में भी इजाफा हुआ है। इसके आलावा कस्टमर के व्यवहार में भी बदलाव आया है। सेल्स गर्ल के सामने वह तहजीब के साथ पेस आते हैं। समाज में अभी कुछ कामों को महिलाओं के लिए उचित नहीं माना जाता है, लेकिन अगर सही तरीके से किया जाय तो वह कोई भी काम कर सकती हैं। इन लड़कियों को काम पर रखने के बाद बकायदा इन्हें पूरी ट्रेनिंग दी गई है और ड्रेस कोड भी उनके मन मुताबिक सलवार सूट रखा गया है। सशक्तिकरण और आत्मनिर्भरता की मिशाल बने इस पेट्रोल पंप पर जल्द ही महिला कस्टर्म को दूसरी सहुलियत दी जाएगी।