Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Dec, 2017 02:00 PM
यूपी के अलीगढ़ से एक चौकाने वाली खबर सामने आई है। यहां के एक पार्षद पर इसीलिए एफआईआर दर्ज की है क्योंकि उन्होंने शपथ ग्रहण में उर्दूं भाषा का प्रयोग किया। जिसके बाद समारोह में बवाल हो गया था, हालांकि मौके पर मौजूद प्रशासनिक अधिकारियों ने बीच बचाव कर...
लखनऊ, आशीष पाण्डेय: यूपी के अलीगढ़ से एक चौकाने वाली खबर सामने आई है। यहां के एक पार्षद पर इसीलिए एफआईआर दर्ज की है क्योंकि उन्होंने शपथ ग्रहण में उर्दूं भाषा का प्रयोग किया। जिसके बाद समारोह में बवाल हो गया था, हालांकि मौके पर मौजूद प्रशासनिक अधिकारियों ने बीच बचाव कर किसी तरह मामला शांत कराया।
यह है मामला
अलीगढ़ जिले में एक बीएसपी पार्षद मुशर्रफ हुसैन नाम पर धार्मिक भावनाओं को आहत करने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। आरोप है कि वह नगर निगम शपथ ग्रहण समारोह के दिन उर्दू भाषा में शपथ लेने की जिद कर रहे थे। मुशर्रफ पर आईपीसी की धारा 295 (एक) के तहत बन्नादेवी पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है। थानाध्यक्ष जितेंद्र दीक्षित ने बताया कि एफआईआर बीजेपी के पार्षद पुष्पेंद्र सिंह की तरफ से दी गई तहरीर के आधार पर दर्ज की गई है।
यह है आरोप
पुष्पेंद्र ने दी गई तहरीर में आरोप लगाया है कि बीएसपी पार्षद ने सोमवार को शपथ ग्रहण समारोह के दिन सांप्रदायिक सौहार्द्र खराब करने का प्रयास किया। हालांकि मुशर्रफ ने भी पुष्पेंद्र के खिलाफ मारपीट करने की तहरीर दी है। हुसैन का आरोप है कि शपथ ग्रहण के दिन जब वह उर्दू में शपथ लेने जा रहे थे तो पुष्पेंद्र ने उन्हें पीटा और वहां का माहौल खराब किया।
मेयर ने की अपील
अलीगढ़ के नवनिर्वाचित बीएसपी के मेयर मोहम्मद फुरकान ने बीजेपी के पार्षद से आग्रह किया है कि वह हार को खुशी से स्वीकार करें। इस तरह के भावनात्मक मुद्दों पर टकराव न करें। मेयर ने कहा कि इससे शहर का विकास प्रभावित होगा। बता दें कि यहां बीजेपी और बीएसपी के बीच ववाद इसी महीने आए नगर निगम चुनाव परिणाम के बाद शुरू हुआ। अलीगढ़ के मेयर की सीट बीएसपी के फुरकान ने जीती है। इस सीट पर पिछले 20 वर्षों से बीजेपी का कब्जा था।