नौकरी देने के बजाय नारों से युवाओं को गुमराह कर रही है मोदी सरकार: अखिलेश

Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 Mar, 2018 08:01 AM

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि 2 करोड़ नौकरियां प्रतिवर्ष देने का वादा करके सत्ता में आई भाजपा सरकार स्टार्टअप, स्किल इण्डिया और डिजीटल इण्डिया जैसे नारों से युवाओं को बहकाने की कोशिश कर रही है।

लखनऊ: सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि 2 करोड़ नौकरियां प्रतिवर्ष देने का वादा करके सत्ता में आई भाजपा सरकार स्टार्टअप, स्किल इण्डिया और डिजीटल इण्डिया जैसे नारों से युवाओं को बहकाने की कोशिश कर रही है। यादव ने एक बयान में कहा कि 2014 में केन्द्र की भाजपा सरकार आने के बाद शिक्षा और रोजगार पर हमला तेजी से बढ़ा है। 2 करोड़ नौकरियां प्रतिवर्ष देने का वादा करके सत्ता में आई केन्द्र की भाजपा सरकार ने केवल नौजवानों और छात्रों को गुमराह किया है।

उन्होंने कहा कि भाजपा की केंद्र और राज्य सरकार का रवैया नौजवानों के प्रति दुर्भावना पूर्ण है। युवा पीढ़ी को भाजपा कुनीतियों की शिकार बना रही हैं। भाजपा की राज्य सरकार बिना वैकल्पिक व्यवस्था के 15 लाख छात्रों को हाईस्कूल इंटर बोर्ड की परीक्षा से वंचित करना अपनी उपलब्धि मानती है। एसएससी बोर्ड की परीक्षाओं में गड़बड़ी की शिकायतों को लेकर छात्र आंदोलित हैं। भाजपा सरकार चाहती है कि ज्यादातर लोग रोटी-रोजगार से वंचित रहे।

सपा अध्यक्ष ने कहा कि लखनऊ में पिछले दिनों टेट-2011 की भर्तियां खोलने के लिए युवाओं ने प्रदर्शन किया और लाठियां खाई। राज्य में समाजवादी सरकार ने जो भर्तियां शुरू की थी भाजपा ने सत्ता में आते ही उन्हें रोक दिया। पिछले महीने पूरे देश में स्नातक स्तर की एसएससी परीक्षा में पेपर लीक के आधार पर सरकार के नौकरी के प्रति हीला-हवाली वाले रवैये को समझा जा सकता है। छात्रों ने जब धरना प्रदर्शन किया तो मजबूरन केन्द्र को सीबीआई जांच की मांग को मानना पड़ा।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में पी एच डी-एम फिल के कोर्स में अनुसूचित जाति/जनजाति का जो विभागीय कोटा निर्धारित था उसे समाप्त कर दिया गया है। छात्र-छात्राओं को समय से स्कालरशिप न मिलने की शिकायते हैं। उनके हास्टलों की दशा दयनीय है। इससे दलित-वंचित वर्ग के लिए उच्च शिक्षा के द्वार काफी हद तक बंद हो जाएंगें। मंडल कमीशन की सिफारिशों को भी ठंडे बस्ते में डाला जा रहा है। सरकारी भर्तियों और संविदा नियुक्तियों में आरक्षण का कोई पालन नहीं किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि सरकारी आकड़ों के अनुसार वर्ष 2014 से 2018 के बीच 26 हजार 500 बेरोजगारों ने आत्महत्या कर ली। नौजवानों का इतनी बड़ी संख्या में मौत को गले लगाना आजाद भारत के लोकतंत्र पर शर्मनाक दाग है। भाजपा सरकार इसके दोष से बच नही सकती है। भाजपा की कुनीतियों के चलते ही देश की युवा पीढ़ी अंधेरे के गर्त में जा रही है। यह घोर निराशा जनक स्थिति है कि बिना किसी उपयोगी अवसर प्रदान किए युवा पीढ़ी का समय बर्बाद किया जा रहा है।

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!