Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Jan, 2018 05:48 PM
कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र उत्तर प्रदेश के रायबरेली में छेडख़ानी से तंग दो सगी बहनों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र भेज कर अपनी और परिवार की आबरू बचाने की गुहार लगाई है। स्याही की जगह अपने खून से लिखे इस पत्र में...
रायबरेली: कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र उत्तर प्रदेश के रायबरेली में छेडख़ानी से तंग दो सगी बहनों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र भेज कर अपनी और परिवार की आबरू बचाने की गुहार लगाई है। स्याही की जगह अपने खून से लिखे इस पत्र में राजभवन के एक अधिकारी और प्रदेश की एक कैबिनेट मंत्री पर भी उंगली उठाई गयी है। विश्वस्त सूत्रों के अनुसार शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र के निरालानगर निवासी महेंद्र तिवारी की बेटी स्वेता व सौम्या ने बीते शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने खून से पत्र लिखकर अपनी व अपने परिवार की आबरू बचाने की गुहार लगाई है।
प्रधानमंत्री मोदी को लिखे गये पत्र मे दोनो बहनों ने कहा है कि किस तरह आरोपी का पिता राजभवन मे रहकर पुलिस को कार्यवाही करने से रोक रहा है। राजस्व विभाग मे रजिस्ट्रार कानूनगो के पद पर कार्यरत पीड़ित बेटियों के पिता महेन्द्र तिवारी ने बातचीत मे कहा कि राम स्वरूप विश्वविद्यालय लखनऊ मे उसकी बड़ी बेटी स्वेता तिवारी ने बीे.टेक. सी एस मे वर्ष 2016 मे प्रवेश लिया था, यहीं पर उसकी मुलाकात कथित रूप गवर्नर हाउस मे कार्यरत एक अधिकारी के बेटे दिव्य पांडेय से हो गयी ।
स्कूली मेल मुलाकात के दौरान ही दिव्य ने उनकी पुत्री को ब्लेकमेल करना शुरू कर दिया । शिकायत करने पर एक दिन जबरन कालेज से उठा ले गया। जिसकी प्राथमिकी बाराबंकी के एक थाने मे दर्ज करायी गयी है। तिवारी के अनुसार इसके बाद उसने स्वेता की छोटी बहन सौम्या तिवारी के नाम से फेक आई डी बनाकर उसे भी ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया जिसकी एफ आई आर रायबरेली कोतवाली मे दर्ज है। उन्होने कहा कि वह इस संबंध में मुख्यमंत्री कार्यालय को भी सूचित कर चुके हैं। उनका कहना था कि प्रदेश कैबिनेट की एक मंत्री ने भी लड़कियों पर दबाव डालकर सुलह समझौते का प्रयास किया था। उधर पीड़ित लडकियों का कहना है कि अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से ही उम्मीद हैं यदि वहां से भी न्याय न मिला तो जीवित रहने का कोई मतलब नही है।