Edited By ,Updated: 04 Feb, 2017 03:40 PM
जाजमउ इलाके में इमारत गिरने के मामले में कानपुर विकास प्राधिकरण (केडीए) की सिफारिश पर उत्तर प्रदेश शासन ने तीन इंजीनियरों और एक आेएसडी को...
कानपुर: जाजमउ इलाके में इमारत गिरने के मामले में कानपुर विकास प्राधिकरण (केडीए) की सिफारिश पर उत्तर प्रदेश शासन ने तीन इंजीनियरों और एक आेएसडी को निलंबित कर दिया है। इससे पहले केडीए अपने पांच सुपरवाइजर को निलंबित कर चुका है। इस तरह इस मामले में नौ कर्मियों को निलंबित किया जा चुका है।
समाजवादी पार्टी के नेता महताब आलम फरार
घटनास्थल से मलबा हटाने का काम जारी है। मलबे में से किसी मजदूर का शव नहीं मिला है और न ही कोई व्यक्ति जीवित मिला है। इमारत के मालिक और समाजवादी पार्टी के नेता महताब आलम आज तीसरे दिन भी फरार हैं। इस बीच एक अधिकारी ने कहा कि आलम अदालत में आत्मसमर्पण करने की कोशिश में है क्योंकि उनके वकीलों ने अदालत में इस संबंधी याचिका दायर की है। अस्पताल में भर्ती 15 घायल मजदूरों का इलाज चल रहा है और उनकी हालत अब धीरे-धीरे सामान्य हो रही है।
केडीए ने दिए निलंबित पत्र
केडीए की उपाध्यक्ष जयश्री भोज ने बताया कि उन्होंने इस मामले में लापरवाही बरतने के मामले में असिस्टेंट इंजीनियर योगेश कुमार, इक्जीक्यूटिव एन के भाटिया और जूनियर इंजीनियर संजय गुप्ता को निलंबित करने के लिए उत्तर प्रदेश शासन को दो फरवरी को पत्र भेजा था और शासन से आज तीनों इंजीनियरों के अलावा केडीए के आेएसडी डीडी वर्मा को भी निलंबित कर दिया गया है।
बता दें कि एक फरवरी को दोपहर बाद जाजमउ की केडीए कालोनी में सात मंजिला निर्माणाधीन भवन ढह गया था। इस हादसे में आठ मजदूरों की मौत हो गई थी।
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