Edited By ,Updated: 31 Jan, 2017 05:27 PM
उत्तर प्रदेश के मेरठ में ध्रुवीकरण की राजनीति का दौर जारी है। धार्मिक आधार पर बयानबाजी करके वोट इकट्ठा करने वालों में अब संगीत सोम और सुरेश राणा के बाद हाजी याकूब कुरैशी का नाम भी जुड़ गया है।
मेरठ (आदिल रहमान): उत्तर प्रदेश के मेरठ में ध्रुवीकरण की राजनीति का दौर जारी है। धार्मिक आधार पर बयानबाजी करके वोट इकट्ठा करने वालों में अब संगीत सोम और सुरेश राणा के बाद हाजी याकूब कुरैशी का नाम भी जुड़ गया है। बीएसपी के मेरठ दक्षिण विधानसभा सीट के प्रत्याशी हाजी याकूब कुरैशी ने चुनावी सभा के दौरान आरएसएस पर बड़ा हमला बोला है।
RSS मुसलमानों के खिलाफ कर रही साजिश
विवादित बयान देकर सुर्खियां बटोरने वाली याकूब कुरैशी ने कहा कि आरएसएस मुसलमानों के खिलाफ साजिश कर रही है। उन्होंने कहा कि आरएसएस देश के मुसलमानों से मतदान का अधिकार छीनना चाहती है जिससे मुसलमानों में कोई विधायक और एमपी ना बन सके। उन्होंने कहा कि राज्य में अजान और नमाज भी होनी बंद हो जाएगी और वोट की पावर भी खत्म कर दी जाए। उन्होंने कहा कि हो सकता है कि ये उत्तर प्रदेश का आखिरी एलेक्शन हो, ये हमारा वोट तक छीन लेगें। अगर हमारा वोट नहीं होगा तो हम चुनाव कैसे लड़ेंगे। हिंदुस्तान में फिर आरएसएस का कब्जा हो जाएगा।
आजादी के समय अंग्रेजों का साथ दे रहे थे आरएसएस के लोग
याकूब ने आरोप लगाया कि हिंदुस्तान की आजादी के समय में आरएसएस के लोग अंग्रेजों का साथ दे रहे थे और जंगे आजादी लडऩे वालों को गिरफ्तार करवाते थे। इस दौरान हाजी याकूब कुरेशी का ये विवादित बयान वहां बैठे लोगों ने अपने मोबाइल में रिकॉर्ड कर लिया और फिर सोशल साइट्स यानी वाट्सएप्प और फेसबुक पर वायरल कर दिया। हालांकि अभी तक इस बारे में पुलिस ने कोई मामला दर्ज नहीं किया है।
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने जाति-धर्म के नाम पर वोट न मांगने का फैसला सुनाया है बावजुद इसके ध्रुवीकरण के मकसद से ऐसे नेताओ के विवादित बोल चुनावी को दुषित कर रहे हैं।
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