Edited By Punjab Kesari,Updated: 16 Dec, 2017 07:13 PM
हरदोई के बिलग्राम-मल्लावां के बीजेपी विधायक आशीष सिंह एक बार चर्चा में हैं। इस बार उनके निशाने पर सीएमओ आॅफिस के कर्मचारी हैं। आरोप है कि सीएमओ के इशारे पर कर्मचारियों ने उन्हें बंधक बना लिया था। वो नर्स के तबादले के लिए सीएमओ से मिलने गए थे। इसी...
लखनऊ, आशीष पाण्डेय: हरदोई के बिलग्राम-मल्लावां के बीजेपी विधायक आशीष सिंह एक बार चर्चा में हैं। इस बार उनके निशाने पर सीएमओ आॅफिस के कर्मचारी हैं। आरोप है कि सीएमओ के इशारे पर कर्मचारियों ने उन्हें बंधक बना लिया था। वो नर्स के तबादले के लिए सीएमओ से मिलने गए थे। इसी दौरान उनकी सीएमओ से बहस होने लगी। तभी आॅफिस के कर्मचारियों ने मेन चैनल बंद कर दिया। विधायक ने सीएमओ पर बंधक बनाने का आरोप लगाया है तो वहीं सीएमओ ने विधायक पर अभद्रता करने का आरोप लगाया है।
ऐनम का तबादला गए थे कराने
आशीष सिंह आशू ने एक ऐनम के स्थानांतरण किए जाने के संबध में एक पत्र सीएमओ को भेजा था। साथ ही फोन से भी उनसे उक्त ऐनम का स्थानांतरण किए जाने के लिये कहा था लेकिन इस सबके बावजूद सीएमओ ने ऐनम का तबादला नहीं किया। इसी बात से नाराज होकर शनिवार दोपहर विधायक आशू अपने कुछ समर्थकों के साथ ऐनम के तबादले की सिफारिश लेकर सीएमओ आॅफिस गए थे।
बीजेपी कार्यकर्ताओं ने निकलवाया बाहर
सीएमओ से बातचीत के दौरान माहौल गर्म हो गया। इसी दौरान आॅफिस कर्मचारियों ने कार्यालय के मेन चैनल में ताला डाल दिया। विधायक को जब यह पता चला तो वह आगबबूला हो गए। इसकी जानकारी जब पार्टी के लोगों को जब मिली तो बड़ी संख्या मे पार्टी पदाधिकारी व कार्यकर्ता सीएमओे आॅफिस पंहुच गए। पार्टी नेताओं के पंहुचने के कुछ देर बाद गेट खोला गया और विधायक बाहर निकले।
सीएमओ पर साजिश का आरोप
विधायक आशीष सिंह ने सीएमओ पर साजिश करने का आरोप लगाते हुए बताया कि वह अपने क्षेत्र की एक ऐनम के तबादले के संदर्भ में सीएमओे से मिलने गए थे, जहां पर सीएमओ ने उनको तवज्जो नहीं दी। फिर कर्मचारियों ने उनके इशारे पर मेन गेट पर ताला डालकर उन्हें बंधक बना लिया और जब पार्टी पदाधिकारी व कार्यकर्ता वहां पंहुचे तो गेट खोला गया। सीएमओ ने बताया कि आशू एक तबादले के संदर्भ में कार्यालय आए थे। इस दौरान उन्होंने कार्यालय स्टाफ से अभद्रता की।