Edited By Nitika,Updated: 16 Oct, 2018 05:37 PM
उत्तराखंड में निकाय चुनाव की तिथि का ऐलान होते ही राजनीतिक दलों में हलचल तेज हो गई है। राज्य में दोनों पार्टियों ने अपने-अपने कार्यालय में प्रत्याशियों के चयन को लेकर बैठकें करनी शुरू कर दी हैं।
देहरादूनः उत्तराखंड में निकाय चुनाव की तिथि का ऐलान होते ही राजनीतिक दलों में हलचल तेज हो गई है। राज्य में दोनों पार्टियों ने अपने-अपने कार्यालय में प्रत्याशियों के चयन को लेकर बैठकें करनी शुरू कर दी हैं। चुनावों को लेकर जहां एक तरफ भाजपा तैयार दिख रही है, वहीं कांग्रेस ने चुनावों से पहले ही भाजपा पर जुबानी हमला बोल दिया है।
केंद्र की उपलब्धियों को जनता के बीच ले जाकर लड़े जाएंगे चुनावः भाजपा
जानकारी के अनुसार, उत्तराखंड में 18 नवंबर को निकाय चुनाव होने जा रहे हैं। चुनावों को लेकर दोनों पार्टियां पूरी तरह से तैयार दिखाई दे रही हैं। निकाय चुनाव स्थानीय मुद्दों को लेकर लड़े जाते हैं लेकिन भाजपा सरकार केंद्र सरकार की उपलब्धियों को जनता के बीच ले जाकर चुनाव लड़ने जा रही है। भाजपा सरकार ने दावा करते हुए कहा कि केंद्र और त्रिवेन्द्र सरकार ने राज्य के हित के लिए कई काम किए हैं। इन उपलब्धियों को ही निकाय चुनाव का मुद्दा बनाकर चुनाव लड़ा जाएगा।
केंद्र का सहारा ले रही राज्य सरकारः कांग्रेस
वहीं कांग्रेस ने भाजपा पर जुबानी हमला करते हुए कहा कि निकाय चुनाव में भी राज्य सरकार केंद्र सरकार का सहारा ले रही है जबकि यह चुनाव स्थानीय मुद्दों पर लड़ा जाता है। इसके साथ ही कांग्रेस ने कहा कि राज्य सरकार के अपने पास गिनवाने के लिए कोई भी उपलब्धि नहीं है। इसी के चलते भाजपा सरकार मोदी के नाम पर चुनाव लड़ने जा रही है।