Edited By Punjab Kesari,Updated: 19 Jan, 2018 07:57 PM
उत्तराखण्ड के लोगों लिए खुशखबरी है। फरवरी से अन्तराज्यीय हवाई सेवा को शुरू कर छह माह के भीतर पूरी तरह संचालन कर दिया जाएगा।अन्तराज्यीय सस्ती हवाई सेवा शुरू करने पर केंद्र ने अपनी मंजूरी दे दी है। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने मथुरावाला...
देहरादून/ब्यूरो। उत्तराखण्ड के लोगों लिए खुशखबरी है। फरवरी से अन्तराज्यीय हवाई सेवा को शुरू कर छह माह के भीतर पूरी तरह संचालन कर दिया जाएगा।अन्तराज्यीय सस्ती हवाई सेवा शुरू करने पर केंद्र ने अपनी मंजूरी दे दी है। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने मथुरावाला देहरादून में स्थित पशुपालन निदेशालय के प्रशासनिक भवन के उद्घाटन मौके पर यह जानकारी दी। मुख्यमंत्री के पास केंद्रीय नागरिक एवं उड्डयन सचिव का फोन उस समय आया, जब वह पशुपालन निदेशालय के प्रशासनिक भवन के उद्घाटन के कार्यक्रम में बैठे हुए थे।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि हवाई सेवा को सबसे सुरक्षित व समय बचाने वाली यातायात सेवा माना जाता है। सरकार का प्रयास है कि पहाड़ी राज्य उत्तराखण्ड में अधिक से अधिक स्थानों के लिये अन्तराज्यीय हवाई सेवा शुरू की जाए। इसके लिये एक प्रस्ताव केन्द्र सरकार को भेजा गया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें अभी केन्द्रीय नागरिक एवं उड्डयन सचिव ने दूरभाष पर जानकारी दी है कि केन्द्र सरकार ने राज्य के इस प्रस्ताव को स्वीकृति दे दी है।
उन्होंने कहा कि इस योजना को संचालित करने में राज्य सरकार को भी कुछ व्यय वहन करना होगा, जिसकी व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहा कि आगामी फरवरी माह से शुरू करवाकर छह माह के भीतर इस हवाई सेवा का पूरी तरह संचालन कर दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि जौलीग्रांट एयरपोर्ट को भी अन्तर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट बनाने की कवायद तेज कर दी गई है।
इसके लिये राज्य सरकार को या तो 1000 एकड़ भूमि उपलब्ध करानी होगी या फिर नदी के ऊपर एलिवेटेड हवाई पट्टी बनाना भी इसका एक विकल्प है। पशुपालन विभाग के प्रशासनिक भवन के उद्घाटन का जिक्र करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि पशुपालन और कृषि विभाग ऐसे दो महत्वपूर्ण विभाग हैं जिनमें बेरोजगारों को रोजगार देने की अधिकतम सामथ्र्य है। पुशपालन और कृषि के जरिये स्वरोजगार को अपनाकर पहाड़ों से हो रहे पलायन को भी रोका जा सकता है।
पशुपालन मंत्री रेखा आर्य ने कहा कि विभाग का प्रयास है कि प्रदेशभर के जिलों में मोबाइल वैटनरी वैन चलवाकर पशुओं को गोशाला में ही उपचार की सुविधा मुहैया करवाई जाए। इसके अलावा उत्तराखण्ड में भेड़-बकरी के आर्गेनिक मीट के व्यवसाय को बढ़ावा देने की योजना भी विभाग तैयार कर रहा है।
सेलाकुई में बनेगा गो सदन
स्थानीय विधायक व मेयर विनोद चमोली ने कहा कि नगर निगम ने बड़ी क्षमता को गोसदन बनाने को सेलाकुई के पास 80 बीघा भूमि की व्यवस्था कर ली है। उन्होंने सीएम से आग्रह किया कि वे इस योजना के लिये बजट उपलब्ध करायें। सचिव पशुपालन मीनाक्षी सुंरदम ने कहा कि सेक्स सीमन सेंटर बनाने व नस्ल सुधार के लिये नये प्रोजेक्ट का काम जल्द ही शुरू कर दिया जाएगा। इससे पूहले मुख्यमंत्री ने समारोह में पशुपालन विभाग के लोगो का विमोचन किया और पशुपालकों को पशुओं के उपचार के लिये फस्टज़् ऐड किट भी वितरित किये।