Edited By Ajay kumar,Updated: 22 Feb, 2024 06:32 PM
प्रदेश में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने सीटों पर समझौता करके इंडिया गठबंधन की हवा निकलने की बात करने वालों को करारा जवाब दिया है।
लखनऊ: प्रदेश में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने सीटों पर समझौता करके इंडिया गठबंधन की हवा निकलने की बात करने वालों को करारा जवाब दिया है। एक बात तो तय थी कि यह स्थिति जैसे-तैसे बननी थी, बस दोनों ही दल अपनी-अपनी शर्तों पर समझौता करने का अपने अपने तरीके से दबाव बना रहे थे, क्योंकि सपा जहां उ.प्र. में अपने को बड़ा दल मानती है तो वहीं कांग्रेस राष्ट्रीय स्तर पर। बात लंबी खिंच रही थी और भ्रम यह फैला कि गठबंधन टूट गया है। एक ओर अखिलेश तेजी के साथ अपने उम्मीदवार घोषित कर कांग्रेस नेतृत्व पर दबाव बना रहे थे तो वहीं राहुल गांधी निरन्तर अपनी यात्रा में दलित, पिछड़ा, अल्पसंख्यकों के मुद्दे को सपा के पीडीए फार्मूले के मुकाबले कहीं ज्यादा मजबूती से उठा कर सपा को संदेश दे रहे थे। बहरहाल, मध्य प्रदेश में कांग्रेस ने भी सपा को एक सीट दी है। सपा मप्र. में खजुराहो सीट पर लड़ेगी। सपा ने कांग्रेस को 17 सीटें दिए जाने के अलावा उ.प्र. में अपने हिस्से की एक सीट आजाद समाज पार्टी को दी है।
नगीना सीट पर उसके नेता चंद्रशेखर आजाद का लड़ना पहले से ही बताया जा रहा था। वास्तव में, दोनों दलों के बीच गतिरोध सीट की संख्या से ज्यादा इस पर था कि कांग्रेस को कौन-कौन सी सीट दी जा रही हैं। फिलहाल सपा अब कुछ ऐसी सीट देने पर सहमत हो गई है जिसपर कांग्रेस लड़ना चाहती है। समझौते के तहत सपा ने कांग्रेस को जो सीटें दी हैं उनमें वाराणसी-अमरोहा समेत कुछ पर अपने प्रत्याशी भी उतार दिए हैं। अब सपा अपने प्रत्याशियों को वापस लेगी और कांग्रेस की तरफ से नामों की घोषणा होगी। उधर, कांग्रेस भी दो सीटों समझौता करने पर सहमत हुई है। कांग्रेस ने मुरादाबाद सीट छोड़ दी। वहीं, सीतापुर सीट जहां कांग्रेस को दे दी गई है. वहीं, हाथरस की सीट अब सपा ने वापस ले ली है।
प्रियंका ने करायी सपा-कांग्रेस की दोस्ती
लखनऊ। कांग्रेस और सपा के समझौते में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की की अहम भूमिका रही। सपा प्रमुख अखिलेश यादव से उनकी फोन पर हुई बातचीत के बाद सीटों पर निर्णायक सहमति बनी। सूत्रों मुताबिक, प्रियंका ने अखिलेश से कहा कि, अगर वे साथ नहीं लड़ते है, तो इससे विपक्षी एकता का खराब संदेश जाएगा। इसके तुरंत बाद अखिलेश यादव की प्रतिक्रिया आयी और उन्होंने साफ किया कि गठबंधन होगा। सीट बंटवारे को लेकर सपा का कांग्रेस में कोई विवाद नहीं है। अब अखिलेश यादव राहुल गांधी के साथ कांग्रेस की न्याय यात्रा में भी नजर आएंगे।
दोनों पार्टियों का खाता नहीं खुलेगाः केशव
उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा सपा-कांग्रेस गठबंधन का कोई असर नहीं पड़ेगा। दोनों में तकरार हो या इकरार, वे मिलकर लड़ें या अलग-अलग, भाजपा गठबंधन उ.प्र. की सभी 80 सीटें जीतेगा। यहां कांग्रेस का खाता नहीं खुलेगा और सपा का जो पिछली बार खाता खुल गया था वो भी बंद हो जाएगा।
भाजपा की लोकसभा चुनाव में जीत एक सौ एक प्रतिशत होगीः संघमित्रा मौर्य
बदायूं से भाजपा सांसद संघमित्रा मौर्य ने कहा भाजपा की लोकसभा चुनाव में जीत एक सौ एक प्रतिशत होगी। दो महीनों का इंतजार करिए सपा के परिणाम सामने होंगे।