Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 11 Jun, 2021 02:54 PM
कोरोना का संकट अभी टला नहीं है। इस बीच वरिष्ठ धर्मगुरु मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर धार्मिक स्थलों को खोले जाने की मांग की है। मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने सरकार से मांग करते हुए धार्मिक स्थलों को खोले...
लखनऊः कोरोना का संकट अभी टला नहीं है। इस बीच वरिष्ठ धर्मगुरु मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर धार्मिक स्थलों को खोले जाने की मांग की है। मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने सरकार से मांग करते हुए धार्मिक स्थलों को खोले जाने की अब जरूरत बताई है।
उन्होंने कहा कि अब बाजार को खोलने की इजाजत मिल गई है और सिर्फ इबादतगाहों पर ही पाबंदी लगाना उचित नहीं है। इस सिलसिले में मैं सरकार की ओर से जो भी नियम और कानून बनाए जाएंगे, उस पर इबादतगाहों में पूरी तरह से अमल करने की लोगों से भी अपील करता हूं।
मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने कहा कि तमाम धार्मिक लीडरों ने तमाम त्यौहारों के मौके पर कोविड-19 प्रोटोकॉल पर पूरी तरह से अमल कराकर एक बेहतरीन उदाहरण पेश किया है। रमजान और ईद जैसे तमाम मौकों पर भी मस्जिदों और इबादतगाहों में पूरी तरह से लॉकडाउन के नियमों पर अमल किया गया है। मौलाना ने कहा कि कम से कम हर इबादत गाह की क्षमता के अनुसार 50% लोगों को जाने की इजाजत दी जाए, जिसमें मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग अनिवार्य हो।
इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस की वजह से एक लंबे समय से लोग अपने घरों में रहने और इबादतगाहों में ना जाने की वजह से डिप्रेशन और मायूसी का शिकार हैं। इससे बचाव के लिए जरूरी है कि लोगों को इबादतगाहों में जाने की इजाजत दी जाए, जिससे उनके दिलों को सुकून हासिल हो सके।