Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 15 Mar, 2020 06:15 PM
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सीएम योगी आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम केशव मौर्या समेत कई बड़े बीजेपी नेताओं के कांग्रेसी कार्यकर्ताओं द्वारा विवादित पोस्टर लगाए गए थे। जिसको लेकर हजरतगंज कोतवाली...
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सीएम योगी आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम केशव मौर्या समेत कई बड़े बीजेपी नेताओं के कांग्रेसी कार्यकर्ताओं द्वारा विवादित पोस्टर लगाए गए थे। जिसको लेकर हजरतगंज कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया था। इस कड़ी में रविवार को कांग्रेसी नेता सुधांशु बाजपेई और अश्वनी को लखनऊ पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इसके साथ ही अन्य की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही है।
जानकारी मुताबिक शुक्रवार देर रात दो कांग्रेसी कार्यकर्ता सुधांशु बाजपेई और लल्लू कनौजिया पर हजरतगंज इलाके में कई जगहों पर पोस्टर लगाने का आरोप लगाया गया है। इस पोस्टर्स में मुख्यमंत्री योगी और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या के साथ भाजपा के कई बड़े नेताओं पर मुकदमा दर्ज करने का जिक्र था। पोस्टर में संगीत सोम, संजीव बालियान, साध्वी प्राची, राधा मोहन दास अग्रवाल आदि की फोटो भी लगाई गई थी। इन पोस्टरों को न सिर्फ भाजपा कार्यालय के गेट पर, बल्कि सरकारी पोस्टरों के ऊपर भी चस्पा किया गया था।
कांग्रेस के अलावा समाजवादी पार्टी ने किया विरोध
ग़ौरतलब हो कि लखनऊ में 19 दिसंबर को सीएए प्रदर्शन के दौरान दंगाइयों ने जमकर बवाल करते हुए आगजनी की थी। जिससे सरकारी संपत्ति और निजी संपत्ति का काफी नुकसान हुआ था। इसके बाद सरकार ने हिंसा के आरोप में दर्जनों लोगों पर मुकदमा दर्ज किया था। वहीं, 57 लोगों को नोटिस भेजकर निजी और सरकारी संपत्ति को हुए नुकसान की भरपाई करने का निर्देश दिया गया था। साथ ही इन सभी 57 लोगों की तस्वीरों वाला पोस्टर शहर में जगह-जगह लखनऊ जिला प्रशासन और पुलिस ने लगवाए थे। इसके बाद यह मामला इलाहाबाद हाईकोर्ट के बाद सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया। वहीं, कांग्रेस के अलावा समाजवादी पार्टी ने भी इसका पुर जोर विरोध किया था।