Edited By Ajay kumar,Updated: 24 Dec, 2019 05:59 PM
परीक्षा का समय नजदीक आते ही छात्रों में तनाव का बढ़ना लाजमी है। छात्रों के स्ट्रेस को कम करने और सहूलियत के लिए डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक...
लखनऊः परीक्षा का समय नजदीक आते ही छात्रों में तनाव का बढ़ना लाजमी है। छात्रों के स्ट्रेस को कम करने और सहूलियत के लिए डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय ढाई लाख सवालों का प्रश्नमाला बनाएगा जिससे न केवल छात्रों का तनाव कम होगा बल्कि परीक्षा में बहुत मदद मिलेगी। इसे लेकर प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है हालांकि ,सवालों का इतना बड़ा बैंक बनाने के लिए प्रशासन को अभी कम से कम एक साल लगेगा। इसमें कई सॉफ्टवेयर कंपनियों की मदद भी ली जाएगी।
एकेटीयू प्रदेश का ऐसा पहला विश्वविद्यालय बनेगा
वहीं एकेटीयू प्रदेश का पहला ऐसा विश्वविद्यालय होगा जो छात्रों की मदद के लिए क्वेश्चन बैंक तैयार करेगा। एकेटीयू की सेमेस्टर परीक्षाओं में 800 से अधिक संस्थानों के दो लाख से अधिक छात्र-छात्राएं शामिल होते हैं। एक महीने चलने वाली परीक्षाओं में एकेटीयू 1600 पेपर कराता है। अधिकारियों की मानें तो question bank बनाने की तैयारी काफी समय से चल रही है। पहले चरण में 500 विषयों के सवालों का बैंक तैयार किया जाएगा। इसमें प्रत्येक विषय के 5000 सवाल इस बैंक में रखे जाएंगे। ऐसे में पहले चरण में ढाई लाख सवालों को बैंक में रखा जाएगा।
किया जाएगा साफ्टवेयर डेवलप
question bank बनाने के लिए सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज के वरिष्ठ शिक्षकों के साथ निजी इंजीनियरिंग कॉलेजों में तैनात अनुभवी शिक्षकों की मदद ली जाएगी। साथ ही साफ्टवेयर डेवलप किया जाएगा। इसमें हर शिक्षक को अपने एकेटीयू प्रशासन क्वेश्चन बैंक तैयार करने के लिए एक साफ्टवेयर डेवलप किया जाएगा। इसमें हर शिक्षक को अपने विषय के 5 हजार सवाल अपलोड करना होगा। इससे शिक्षक सीधे पोर्टल पर ही अपने विषय के सवाल डाल सकेंगे।
एक साल लगेगा समय
परीक्षा नियंत्रक प्रो. राजीव कुमार के मुताबिक क्वेश्चन बैंक तैयार करने के लिए एक सॉफ्टवेयर कंपनी ने अपना प्रोजेक्ट प्रस्तुत किया था, जो बहुत प्रभावी नहीं था। कई और कंपनियों को इस प्रोजेक्ट के लिए आमंत्रित किया गया है। यह बहुत बड़ा काम है। इसे पूरा करने में कम से कम एक साल लग जाएगा।
छात्रों को दिया जाएगा लिंक
छात्रों को लिंक दिया जाएगा, एकेटीयू के अधिकारियों के मुताबिक इन सवालों को देखने और उनको हल करने के लिए छात्रों को इसका लिंक दिया जाएगा। छात्र-छात्राएं आसानी से अपने विषय से जुड़े सवाल इस लिंक पर जा कर देख सकेंगे। यही नहीं, शिक्षक परीक्षा में भी इन्हीं सवालों से प्रश्नपत्र भी तैयार कर सकेंगे।