Edited By Punjab Kesari,Updated: 30 Oct, 2017 02:41 PM
उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव का शंखनाद बजते ही सभी पार्टियां कमर कस चुकी हैं। इस बार आम आदमी पार्टी ने भी चुनाव में किस्मत आजमाने का फैसला लिया है आैर अपना 27 सूत्रीय घोषणा पत्र जारी किया है।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के नगरीय निकाय चुनाव मैदान में पहली बार उतर रही आम आदमी पार्टी (आप) ने आज अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया। पार्टी ने प्रदेश की जनता से अपील की है कि वह जाति-धर्म से ऊपर उठते हुए दिल्ली में ‘आप’ की अरविन्द केजरीवाल सरकार के काम को देखकर वोट दे।
‘आप’ के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय सिंह तथा अन्य वरिष्ठ नेताओं ने यहां नगरीय निकाय चुनाव के लिये पार्टी का 27 सूत्रीय घोषणा पत्र जारी किया। सिंह ने कहा कि नगर निगम तथा नगर निकाय विकास को लेकर पार्टी का दर्शन च्च्मोहल्ला स्वराज’’ पर आधारित है। इस दर्शन का मुख्य ङ्क्षबदु यह है कि मोहल्ले के लोग तय करेंगे कि नगर निगम का बजट कहाँ और किन कामों पर खर्च हो।
उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में ईमानदारी से सरकार चलाकर पूरे देश में विकास का एक मॉडल प्रस्तुत किया है। लिहाजा जनता से अपील है कि वह जाति-धर्म से ऊपर उठते हुए दिल्ली की केजरीवाल सरकार के काम देखकर उत्तर प्रदेश नगरीय निकाय चुनाव में वोट दे।
घोषणा पत्र के मुताबिक नगरीय निकाय चुनाव में ‘आप’ के जीतने पर गृह कर आधा कर दिया जाएगा और 31 अक्टूबर 2017 के पहले के गृह कर को पूरी तरह माफ किया जाएगा। दिल्ली की तर्ज पर मोहल्ला क्लीनिक खोले जाएंगे, पाॢकंग माफियाओं की लूट से मुक्ति दिलायी जाएगी, कूड़ा उठाने के लिए यूजर चार्ज को खत्म किया जाएगा, और शहर की सफाई व्यवस्था को दुरुस्त किया जाएगा।
घोषणा पत्र में सफाई र्किमयों की स्थायी नियुक्ति करने, दिल्ली के सरकारी स्कूलों की तरह नगरीय निकाय द्वारा संचालित स्कूलों को अत्याधुनिक बनाने, पटरी दुकानदारों के लिए स्थान निर्धारित कर उनको बैठने का लाइसेंस नगर निगम से दिलाने, अवैध कालोनियों को नियमित करने के साथ-साथ सफाई, सड़क, पीने का साफ पानी जैसी बुनियादी जरूरतों को पूरा करने के वादे भी किये गये हैं।
सिंह ने कहा आम आदमी पार्टी की निकाय चुनाव में जीत होने पर पार्टी द्वारा जारी किये गए घोषणापत्र के एक-एक वायदे को अक्षरश: पूरा किया जाएगा। लखनऊ से मेयर पद प्रत्याशी प्रियंका माहेश्वरी को लेकर पार्टी में नाराजगी के बारे में सिंह ने कहा कि प्रियंका का चयन मेयर प्रत्याशी के रूप में नियमों के अनुसार जिला कार्यकारिणी सदस्यों के बहुमत के आधार पर जोन कमिटी को भेजा गया था। उसे स्क्रीङ्क्षनग कमेटी से अनुमोदन भी प्राप्त हो गया था, इसलिए मेयर प्रत्याशी के नाम में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा।