Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Mar, 2018 04:16 PM
गोरखपुर में लोकसभा उपचुनाव के लिए रविवार काे मतदान शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हाे रहा था लेकिन इसीबीच बीजेपी प्रत्याशी उपेंद्रदत्त शुक्ल पहुंचे आैर विवाद हाे गया।
गोरखपुरः गोरखपुर में लोकसभा उपचुनाव के लिए रविवार काे मतदान शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हाे रहा था लेकिन इसीबीच बीजेपी प्रत्याशी उपेंद्रदत्त शुक्ल पहुंचे आैर विवाद हाे गया। दरअसल उपेंद्रदत्त शुक्ल समय के उपरांत वोटिंग कराने की जिद्द कर रहेथे। जिसकाे लेकर एसपी चारु निगम और भाजपा प्रत्याशी के बीच बहस हो गयी।
मामला गोरखपुर के टेकवार, धदौना बूथ सहजनवा का है। शाम 5:00 बज चुके थे और बूथ पर जितने भी मतदाता मौजूद थे उनको मतदान कराकर लगभग 5.10 पर अनावश्यक लोगों को वहाँ से हटा दिया गया।
इसके बाद मतदान केंद्र पर पहुंचे भाजपा प्रत्याशी उपेंद्र दत्त शुक्ल काफी आक्रोशित हाे गए आैर समय के उपरांत वोटिंग कराने की जिद्द करने लगे, जिसको लेकर एसपी चारु निगम और भाजपा प्रत्याशी के बीच बहस हो गयी। यहां तक कि शुक्ल ने आईपीएस चारू पर किसी पार्टी का एजेंट के रूप में काम करने का आराेप मढ़ दिया। इतना ही नहीं शुक्ल ने एसपी से कहा कि आप हमारे 350 वाेटराें काे वाेटिंग करने से रोक रही हैं और हमारा नुकसान कर रही हैं। इस पर चारू निगम ने जवाब देते हुए कहा कि हमने आपका काेई नुकसान नहीं किया है।
इसी बीच ईवीएम की खराबी की भी बात उठी तो चारु निगम ने कहा कि ईवीएम की खराबी में दोष हमारा नहीं है। हमारा काम लॉ एण्ड आर्डर को मेंटेन करना है। इस दौरान ही किसी बात को लेकर एसपी चारु निगम के गनर ने शुक्ला को समझाने का प्रयत्न किया जिसको लेकर उपेंद्र दत्त शुक्ला आक्रोशित हो गए और एसपी चारू निगम से उनकी तीखी बहस हो गई।
समय उपरान्त मतदान कराने की बात काे लेकर आईपीएस चारु निगम ने कहा कि आप सेक्टर मजिस्ट्रेट से बात करें, अगर वो बोल देंगे तो हम मतदान करवा देंगे। जिस पर सेक्टर मजिस्ट्रेट साहब ने बोला कि समय ज्यादा हो गया है और हमने समय तक सभी का वोट डलवाया अब मशीन पर क्लोज का बटन दब चुका है। अब कुछ नहीं हो सकता। जिसपर भाजपा प्रत्यासी शुक्ल काफी नाराज होते हुए तेस में आकर बोलने लगे कि नियोजित तरीके से आपने सेक्टर मजिस्ट्रेट एवमं आईपीएस चारु निगम ने मेरा नुकसान किया है।
आपको बता दें कि सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस मतदाता केंद्र पर कुछ गड़बड़ी की सूचना किसी के द्वारा उच्चाधिकारियों को दी गयी थी। जिसमें ला एंड आर्डर मेन्टेन करने के लिए और शांति पूर्ण मतदान करवाने के लिए उच्च अधिकारियों द्वारा आईपीएस चारु निगम को इस मतदाता केंद्र पर भेजा गया था।