Edited By Ajay kumar,Updated: 28 Mar, 2024 08:39 PM
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुड फ्राइडे के अवसर पर प्रभु यीशु मसीह के बलिदान को स्मरण करते हुये उन्हें नमन किया और कहा कि प्रभु यीशु मसीह ने अपने जीवन और बलिदान के माध्यम से सम्पूर्ण मानवता को प्रेम, दया और करूणा के भाव का संदेश दिया था।
पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुड फ्राइडे के अवसर पर प्रभु यीशु मसीह के बलिदान को स्मरण करते हुये उन्हें नमन किया और कहा कि प्रभु यीशु मसीह ने अपने जीवन और बलिदान के माध्यम से सम्पूर्ण मानवता को प्रेम, दया और करूणा के भाव का संदेश दिया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान परिवेश में प्रभु यीशु मसीह के उपदेशों की प्रासंगिकता और बढ़ गयी है। उनके बताये हुये मार्गों के अनुसरण से समस्त मानव समाज के कल्याण का मार्ग प्रशस्त हो सकता है।
जानिए क्यों मनाया जाता है Good Friday :
गुड फ्राइडे का दिन ईसाई धर्म के लोगों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। गुड फ्राइडे के दिन प्रभु यीशु को सूली पर चढ़ाया गया था। जिस कारण कई लोग गुड फ्राइडे वाले दिन शोक मनाते हैं। इस साल 29 मार्च 2024 को गुड फ्राइडे और 31 मार्च 2024 को ईस्टर संडे मनाया जाएगा। इसे ग्रेट फ्राइडे, होली फ्राइडे, ब्लैक फ्राइडे के नाम से भी जाना जाता है। गुड फ्राइडे का पर्व मानव समाज को प्रेम, ज्ञान और अहिंसा का संदेश देने के लिए मनाया जाता है। इस दिन ईसाई लोग काले रंग के कपड़े पहनकर प्रभु यीशु से अपने पापों के लिए क्षमा मांगते हैं और कई जगह प्रभु यीशु की पदयात्रा भी निकाली जाती है। मान्यता है कि रविवार के दिन यीशु ने येरुशलन में प्रवेश किया था। विद्वानों का मत है कि 29ई को प्रभु ईसा गधे पर चढ़कर यरुशलम पहुंचे थे और लोगों ने खजूर की डालियां बताकर उनका स्वागत किया था, इसलिए इस दिन पाम संडे कहा जाता है। यहीं यरुशलम या जेरूसलम में उनके खिलाफ षड्यंत्र रचा गया और शुक्रवार को सूली पर लटका दिया गया। सूली पर लटाने की घटना को गुड फ्राइडे के नाम से जानते हैं।