Edited By Punjab Kesari,Updated: 16 Feb, 2018 01:55 PM
वन मंत्री हरक सिंह रावत का भाजपा कार्यालय में लगने वाले जनता दरबार में बहुत कम लोगों के आने का कारण उसे रद्द कर दिया गया। बाद में वहां आए लोगों से कहा गया कि वह विधानसभा में जाकर मंत्री से मिल सकते हैं लेकिन जनता दरबार में अपनी समस्याओं को लेकर आए...
देहरादून: वन मंत्री हरक सिंह रावत का भाजपा कार्यालय में लगने वाले जनता दरबार में बहुत कम लोगों के आने का कारण उसे रद्द कर दिया गया। बाद में वहां आए लोगों से कहा गया कि वह विधानसभा में जाकर मंत्री से मिल सकते हैं लेकिन जनता दरबार में अपनी समस्याओं को लेकर आए ज्यादातर लोग वापस लौट गए।
भाजपा सरकार ने लोगों की समस्याओं और जरूरतों के समाधान के लिए जनता दरबार का आयोजन शुरू करवाया लेकिन लोगों का धीरे-धीरे जनता दरबार से मोह भंग होने लगा है। इसकी एक वजह यह भी है कि बार-बार जनता दरबार के लिए मंत्री बदल जाते हैं। इससे किसी मामले में ठीक से फॉलोअप नहीं हो पाता है। मंत्री कई बार लोगों के सामने संबंधित अधिकारियों को उनके काम का निर्देश तो दे देते हैं लेकिन आगे सुध नहीं ली जाती है कि वह काम हो पाया या नहीं।
इस जनता दरबार में मुश्किल से पांच लोग भी नहीं आए। कुछ देर तक मंत्री का इंतजार होता रहा। आखिर लोगों से कहा गया कि वह विधानसभा में मंत्री के कमरे में जाकर उनसे मिल सकते हैं। इसके बाद लोग वहां से चले गए।