Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Oct, 2017 05:05 PM
ताजमहल को लेकर चल रहा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। हाल ही में हिंदू युवा वाहिनी के कुछ कार्यकर्त्ताओं ने ताजमहल के बाहर शिव चालीसा की, जिसने फिर से इस मुद्दे को गरमा दिया। वहीं बीजेपी नेता विनय कटियार ने भी इस मामले में बयान देकर राजनीतिक...
आगराः ताजमहल को लेकर चल रहा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। हाल ही में हिंदू युवा वाहिनी के कुछ कार्यकर्त्ताओं ने ताजमहल के बाहर शिव चालीसा की, जिसने फिर से इस मुद्दे को गरमा दिया। वहीं बीजेपी नेता विनय कटियार ने भी इस मामले में बयान देकर राजनीतिक चिंगारी भड़का दी है।
राजाओं का महल और मंदिर था ताजमहल
विनय कटियार ने कहा कि ताजमहल में पूजा करना गलत नहीं। ताजमहल के बाहर कोई हनुमान चालीसा पढे या शिव आरती करें, इसमें कोई दिक्कत नहीं है। साथ ही उन्होंने कहा कि ताजमहल पुराने राजाओं का महल और मंदिर था। शाहजहां ने उसको कब्रिस्तान बना दिया। मुमताज तो औरंगाबाद में दफनाई गई थी। उसके बाद उसको ताजमहल में दफनाया गया था।
ताजमहल नहीं तेजो मंदिर है
उन्होंने कहा कि इमारत तो अच्छी है, पर वो ताजमहल नहीं है, तेजो मंदिर है। इस असलियत को समझकर लोगों को व्यवहार करना चाहिए। ताजमहल में मंदिर होने के कई प्रणाम हैं, वहां पानी गिर रहा है जबकि पानी तो शिव मंदिर में ही गिरता है। वहां नाग और धतूरा की आकृति है, अष्टकोणीय गुंबद हैं, मस्जिदों में ऐसा नहीं होता है।