Edited By Punjab Kesari,Updated: 19 Oct, 2017 12:29 PM
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने विश्व प्रसिद्ध ताजमहल को वर्ष 2018 के सरकारी कैलेंडर में जगह देकर शिल्पकला के अद्वितीय नमूने के संरक्षण के प्रति अपनी कटिबद्धता जतायी है।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने विश्व प्रसिद्ध ताजमहल को वर्ष 2018 के सरकारी कैलेंडर में जगह देकर शिल्पकला के अद्वितीय नमूने के संरक्षण के प्रति अपनी कटिबद्धता जतायी है।
आधिकारिक सूत्रों ने आज यहां बताया कि धनतेरस के मौके पर कल राज्य सरकार का नया कैलेंडर वर्ष 2018 के लिए जारी किया गया। कैलेंडर में जुलाई महीने के पृष्ठ पर ताजमहल को पर्यटन स्थल के रूप में दर्शाया गया है। ताजमहल के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तस्वीर है। इस पृष्ठ का स्लोगन है ‘सबका साथ सबका विकास।’
सूत्रों ने बताया कि कैलेंडर में गोरखनाथ मंदिर, काशी विश्वनाथ मंदिर,विंध्याचल, मथुरा, झांसी का किला, सारनाथ और ललितपुर को जगह मिली मिली है। इसके अलावा पीलीभीत का गुरुद्वारा, मथुरा की बरसाना होली और कृष्ण ज्मस्थली,अयोध्या की राम की पैड़ी और इलाहाबाद का त्रिवेड़ी संगम भी कैलेंडर में दर्शाये गये हैं।
गौरतलब है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता संगीत सोम ने मंगलवार को ताजमहल पर एक विवादित बयान दिया था, जिसके बाद से राजनीति के गलियारे में बहस छिड़ गयी थी। हालांकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुयमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अलग अलग बयान देकर ऐतिहासिक धरोहर के प्रति अपनी कटिबद्धता जाहिर कर विवाद को विराम देने का प्रयास किया था।