Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Jan, 2018 02:37 PM
अपनी कुछ मांगों को लेकर मुख्यमंत्री से मिलने उनके आवास की ओर जा रहे एक अन्य ट्रांसपोर्टर को पुलिस ने इसलिए हिरासत में ले लिया क्योंकि उसने आत्महत्या की चेतावनी दी थी।
देहरादून/ब्यूरो। कहते हैं कि दूध का जला छांछ भी फूंककर पीता है। ट्रांसपोर्टर प्रकाश पांडेय की मौत के बाद देहरादून पुलिस इसी लाइन पर चल रही है। अपनी कुछ मांगों को लेकर मुख्यमंत्री से मिलने उनके आवास की ओर जा रहे एक अन्य ट्रांसपोर्टर को पुलिस ने इसलिए हिरासत में ले लिया क्योंकि उसने आत्महत्या की चेतावनी दी थी।
संजय बिष्ट नाम का यह ट्रांसपोर्टर गुरूवार की दोपहर 12 बजे के करीब मुख्यमंत्री के आवास की तरफ जा रहा था। अपने परिजनों के साथ दून पहुंचे संजय विष्ट के आने की भनक पुलिस को पहले ही लग गयी थी। इसलिए पुलिस ने सी.एम आवास में होने वाले महिला आयोग के कार्यक्रम को देखते हुए काफी सतर्कता बरती।
वैरिकेटिंग लगाकर लोगों की पूरी तरह से चैकिंग की गयी। इस दौरान विष्ट पत्नी,दो बच्चों के साथ वहां पर पहुंचे और उन्होंने पुलिस को यह कहकर झांसा दे दिया कि वह पत्नी को कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए पहुंचा रहा है। इसके बाद वह पत्नी को सी.एम आवास में कार्यक्रम के लिए गेट तक छोड़कर आ गया।
पत्नी भी कार्यक्रम स्थल की ओर चली गयी और संजय विष्ट वापस आ गया। संदेह होने पर पुलिस ने जब उससे पूछताछ की तो उसने स्वीकार किया कि वह कर्जे में है और पहले भी आत्मदाह की चेतावनी दे चुका है। इससे पुलिस के पैरो तले जमीन खिसक गयी और आनन फानन में सी.एम हाउस के गेट पर सूचना देकर उसकी पत्नी को कार्यक्रम स्थल से वापस लाया गया।
बाद में पुलिस संजय विष्ट की पत्नी को लेकर डालनवाला थाना लेकर आ गयी और उससे पूछताछ शुरू कर दी। चौकी संजय विष्ट ने कहा कि वह खनन का ट्रांसपोर्टर है और रामनगर का रहने वाला है। कर्जे के चलते वह बेहाल हो गया है। उसने पहले भी अपनी पीड़ा को सी.एम तक पहुंचाया था।
उसका व्यवसाय चौपट हो गया है और बिल भी भुगतान के लिए पेंडिंग हैं। विष्ट ने बताया कि पहले खनन के दो चक्कर मिल जाते थे,लेकिन अब एक चक्कर भी मुश्किल हो गया है। इससे उसकी आमदनी भी ठप्प हो गयी है। फिलहाल पुलिस परिजनों से पूछताछ कर रही है।