Edited By ,Updated: 22 Mar, 2017 07:17 PM
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी के साथ उनके सरकारी आवास पर कुछ गायें भी रहेंगी क्योंकि ‘गौसेवा’ उनकी दिनचर्या का हिस्सा है।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी के साथ उनके सरकारी आवास पर कुछ गायें भी रहेंगी क्योंकि ‘गौसेवा’ उनकी दिनचर्या का हिस्सा है। सीतापुर के निकट नैमिषारण्य आश्रम के स्वामी विद्याचेतन महाराज ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री एक संत हैं और गौ गंगा के लिए कार्य करते हैं। वह स्वयं गाय का दूध पीते हैं। गोरखपुर के गोरखधाम मंदिर में उनसे जो भी मिलने जाता है, उसे गऊ की छाछ पीने को जरूर मिलता है।’’
योगी को करीब 12 साल से जानने वाले महाराज ने कहा, ‘‘जहां योगी जी रहेंगे, वहां गऊ तो रहेंगी ही। मुख्यमंत्री निवास पर रहेंगी गायें क्योंकि उनकी (योगी) दिनचर्या में ही गौसेवा है।’’ मुख्यमंत्री का सरकारी निवास 5 कालिदास मार्ग पर है। उन्होंने बताया कि आदित्यनाथ योगी सुबह तीन बजे उठ जाते हैं। योग साधना करने के बाद गौशाला जाते हैं। पशु पक्षियों को खिलाते हैं। गोरखपुर की गौशाला में 460 गायें हैं। उनका नियम है कि जब गोरखपुर में रहते हैं तो 460 गाय बछड़ों को गुड़, दूध और रोटी खिलाते हैं।
महाराज ने बताया कि योगी ने हर गाय और बछड़े का नाम रखा है और मवेशियों को नाम से ही पुकारते हैं। फिर गायों को हरा चारा खिलाते हैं। ये सब काम निपटाने के बाद वह कार्यालय का रूख करते हैं और जन समस्याआें को पूरी तन्मयता से सुनकर उनका समाधान करते हैं। वह आम तौर पर सुबह नौ बजे से 11 बजे तक जनता के लिए सुलभ होते हैं लेकिन अगर मिलने वालों की संख्या बढ़ती है तो यह समय बढ़ा दिया जाता है। खास बात ये कि अंतिम शिकायत सुनने तक योगी वहीं रहते हैं।