Edited By Diksha kanojia,Updated: 14 Oct, 2020 05:33 PM
उत्तराखंड सरकार ने मंगलवार को केन्द्र सरकार को पत्र लिखकर भारत-नेपाल सीमा पर फंसे दो अमेरिकी भाई-बहनों को नेपाल भेजे जाने की इजाजत मांगी है। दोनों भाई-बहन टनकपुर में एक अतिथि गृह में प्रशासन की निगरानी में ठहरे हुए हैं।
नैनीतालः उत्तराखंड सरकार ने मंगलवार को केन्द्र सरकार को पत्र लिखकर भारत-नेपाल सीमा पर फंसे दो अमेरिकी भाई-बहनों को नेपाल भेजे जाने की इजाजत मांगी है। दोनों भाई-बहन टनकपुर में एक अतिथि गृह में प्रशासन की निगरानी में ठहरे हुए हैं।
दोनों अमेरिकी छात्र भाई-बहन हैं और उत्तराखंड के मंसूरी में एक बोर्डिंग स्कूल में पढ़ते हैं और वह अपने माता पिता से मिलने के लिए नेपाल जाना चाहते हैं। उनके माता पिता नेपाल में नौकरी करते हैं। मार्च में हुए लॉकडाउन के बाद से वह यहां फंसे हैं और वह नेपाल नहीं जा पाए हैं। दोनों केन्द्र सरकार की ओर से अनलॉक प्रक्रिया शुरू होने के बाद नेपाल जाना चाहते थे लेकिन रविवार को उन्हें भारत-नेपाल सीमा पर बनबसा में स्थित आव्रजन पुलिस चौकी पर रोक दिया गया।
टनकपुर के उपजिलाधिकारी हिमांशु कफल्टिया ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि जब उन्हें इन बच्चों को रोके जाने की जानकारी मिली तो उन्हें टनकपुर स्थित राज्य अतिथि गृह में ठहराने के आदेश दिए गए। कफल्टिया ने बताया कि जब तक केन्द्र सरकार से उन्हें जाने की अनुमति नहीं मिल जाती तब तक वे यहां रूकेंगे। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार को लिखे गए पत्र में भारत-नेपाल सीमा को खोलने और उन्हें नेपाल भेजे जाने की अनुमति मांगी गई है। दोनों अमेरिकी मूल के बच्चे कोलाडर रिवर रोज और अल्ट्रा रोज मसूरी में 12वीं और 10वीं कक्षा के छात्र हैं।