Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 Feb, 2018 01:21 PM
उत्तराखंड में 5000 फीट से अधिक ऊंचाई वाले बर्फीले क्षेत्रों में कपड़ें कारखानों में नहीं बल्कि पौराणिक कलाकारों के द्वारा तैयार किए जाते है।
उत्तरकाशी(आशीष मिश्रा): उत्तराखंड में 5000 फीट से अधिक ऊंचाई वाले बर्फीले क्षेत्रों में कपड़ें कारखानों में नहीं बल्कि पौराणिक कलाकारों के द्वारा तैयार किए जाते है।
जानकारी के अनुसार, एक और जहां आधुनिक युग में फैशन के अनुरूप आधुनिक मशीनों से बने कपड़ों का प्रयोग किया जाता है तो वहीं दूसरी तरफ बर्फीले और पहाड़ी इलाकों में खाड़ी नाम की पौराणिक लकड़ी की मशीन से कपड़ा तैयार किया जाता है। इसमें भेड़ की ऊन काटकर तकली से डोरे का रूप दिया जाता है। उसके उपरान्त खाड़ी से डोर को एक विशेष तकनीक से कपड़ा बनाया जाता है, जिसे बिंडी कहा जाता है।
बता दें कि इन कपड़ों का प्रयोग करने से बर्फीले इलाकों में ठंड को अंदर घुसने नहीं देते है। यह कपड़ा 800 से लेकर 1500 रुपए मीटर तक बिकता है।