Edited By Ruby,Updated: 23 Apr, 2018 04:10 PM
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में मिर्जापुर में कल होने वाला सामूहिक विवाह समारोह सांप्रदायिक सछ्वाव की अनूठी मिसाल कायम करेगा। जब एक ही पांडाल में काशी के विद्धान मंत्रोच्चारण के जरिए और काजी निकाह पढ़ कर 511 जोड़ों को जीवन...
मिर्जापुरः उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में मिर्जापुर में कल होने वाला सामूहिक विवाह समारोह सांप्रदायिक सछ्वाव की अनूठी मिसाल कायम करेगा। जब एक ही पांडाल में काशी के विद्धान मंत्रोच्चारण के जरिए और काजी निकाह पढ़ कर 511 जोड़ों को जीवन भर एक दूसरे का साथ निभाने का वचन दिलाएंगे। प्रदेश के अब तक के सबसे विशाल वैवाहिक आयोजन में वर वधू को आशीर्वाद देने के लिए खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने प्रमुख मंत्रियों के साथ मौजूद रहेंगे।
इसके अलावा बड़ी संख्या में विधायक और सांसद भी विवाह के साक्षी बनेंगे। काशी विश्वनाथ के 51 आचार्य वैदिक रीति रिवाज से वैवाहिक कार्यक्रम संपन्न कराने के लिए आ चुके हैं जबकि काजी और मुफ्ती भी कार्यक्रम की शोभा बढायेंगे। काशी के विद्वान पंडित वैदिक रीति रिवाज से वेद मंत्रों का उच्चारण कर वैवाहिक कार्यक्रम पूरा करायेंगे, वही काजी कलमा पढ़ कर निकाह संपन्न करायेंगे। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पुतलीघर में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में मिर्जापुर मण्डल के 511 जोड़े वैवाहिक सूत्र में बंधेगे। विवाह समारोह को भव्य रूप देने के लिए जोरदार तैयारी सरकारी स्तर पर की जा रही है।
कार्यक्रम के मुख्य आयोजक जिलाधिकारी अनुराग पटेल ने बताया कि 511 मजदूरों की शादी संपन्न होगी। पहले से तय शादी के जोड़ो का पंजीकरण श्रम विभाग ने पूरे मण्डल में किया है। इसमें तीन जोड़ी मुस्लिम समुदाय के भी है। इनके निकाह के लिए काजी मौजूद रहेंगे। पटेल ने कहा कि सभी को सरकार की ओर से 65 हजार रुपए दहेज के रूप में दी जाएंगे। मिर्जापुर जिले के 180, भदोही के 52 तथा सोनभद्र जिले के 279 जोड़ों की शादी संपन्न होगी। योजना के तहत विवाह के बाद पंजीकृत श्रमिक के खाते में आरटीजीएस के माध्यम से 65 हजार रुपये का अनुदान भेजा जाएगा।
श्रम विभाग के बैनर तले होने वाले सामूहिक विवाह के लिए अधिकारियों का यहां जमावड़ा लगा है। उप श्रमायुक्त राकेश दूबे ने बताया कि शादी में वर वधू को आशीर्वाद देने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के साथ श्रममंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य स्थानीय सांसद और केन्द्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल राज्य मंत्री मनोहर लाल मन्नू कोरी आदि आ रहे हैं। उन्होंने तैयारी पूर्ण करने का दावा किया है। जिलाधिकारी ने कहा कि कन्या (वधू) को दहेज के रूप में सरकारी स्तर पर कुछ भी नहीं दिया जा रहा है। कुछ स्वयं सेवी संस्था अगर कुछ सहयोग करना चाहते हैं तो उनका स्वागत है।