मोदी सरकार देश को किस तरह बर्बाद करने में लगी है ... वोट डालते समय ये जरूर याद रखना- सत्यपाल मलिक

Edited By Ramkesh,Updated: 19 Apr, 2024 09:20 AM

while casting your vote remember this how the modi government is

जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल रहे सत्यपाल मलिक ने पहले चरण की वोटिंग से पहले बड़ा बयान दिया है। उन्होंने ट्वीटकर भाजपा के विरोध में वोटिंग करने की लोगों से अपील की है। उन्होंने कहा कि मेरे प्यारे देशवासियों लोकसभा चुनावों का प्रथम चरण का मतदान है, आप...

लखनऊ: जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल रहे सत्यपाल मलिक ने पहले चरण की वोटिंग से पहले बड़ा बयान दिया है। उन्होंने ट्वीटकर भाजपा के विरोध में वोटिंग करने की लोगों से अपील की है। उन्होंने कहा कि मेरे प्यारे देशवासियों लोकसभा चुनावों का प्रथम चरण का मतदान है, आप सभी कल भाजपा को हराने के लिए ज्यादा से ज्यादा वोट डालना ओर वोट डालते समय ये जरूर याद रखना कि मोदी सरकार देश को किस तरह बर्बाद करने मे लगी हुई है। उन्होंने कहा कि अगर देश बचाना है, संविधान बचाना है तो इस अंहकारी भाजपा सरकार को उखाड़ फैंको। उन्होंने एक वीडियो को भी ट्वीटर के माध्यय से शेयर काते हुए कहा कि मेरे किसान-मजदूर साथियों अगर आपका जमीर जिंदा है तो वोट देते समय इस तस्वीर को अपनी आंखों में रखना और फिर वोट करना। 

आप को बता दें कि 77 साल के सत्यपाल मलिक एक बार विधायक और एक बार सांसद रह चुके हैं। मलिक के जम्मू कश्मीर का उपराज्यपाल रहते ही 5 अगस्‍त 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्‍व वाली सरकार ने अनुच्‍छेद 370 हटाने का फैसला किया था। वह बिहार, ओडिशा, गोवा और मेघालय के गवर्नर भी रह चुके हैं। लोहिया के समाजवाद से प्रभावित होकर बतौर छात्र नेता अपना राजनीतिक सफर शुरू करने वाले सत्यपाल मलिक ने 70 के दशक में कांग्रेस विरोध की बुनियाद पर यूपी में नई ताकत बनकर उभर रहे चौधरी चरण सिंह का साथ पकड़ा। जाट परिवार से आने वाले सत्यपाल मलिक देश की राजनीति की लगभग हर विचारधारा के हिस्सेदार रहे हैं। 

उन्होंने 1974 में चौधरी चरण सिंह ने भारतीय क्रांति दल से सत्यपाल मलिक को टिकट दिया और 28 साल की उम्र में सत्यपाल विधायक चुन लिए गए। हालांकि सत्यपाल को जब यह अहसास हुआ कि चौधरी साहब का साथ उन्हें महज पश्चिमी यूपी की राजनीति तक ही सीमित रखेगा, तो वे कांग्रेस विरोध छोड़कर कांग्रेस में ही शामिल हो गए। साल 1984 में राज्यसभा पहुंचे। अगले ही कुछ सालों के भीतर कांग्रेस का साथ छोड़कर सत्यपाल जनता दल में आ गए। सांसद बने और वीपी सरकार में मंत्री भी रहे। साल 1989 से 1991 के बीच वह अलीगढ़ संसदीय सीट से चुनाव जीतकर लोकसभा सदस्य भी निर्वाचित हुए। वह बाद में भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी भी उठा चुके हैं।

हालांकि किसान आंदोलन, धारा 370 और अग्निपथ योजनाओं को लेकर सत्यपाल मलिक ने केंद्र की बीजेपी सरकार पर लगातार हमलावर रुख अपनाए रखा। अभी हाल फिलहाल में चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न दिए जाने के फैसले पर उन्होंने तारीफ भी की थी।

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