Edited By Ruby,Updated: 07 Jul, 2019 11:40 AM
वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी की धार्मिक, सांस्कृतिक एवं कला को आधुनिक तकनीक के सहारे वास्तविक होने अहसास कराने का प्रयास कराने वाले देश के प्रथम अनूठे आभासी संग्रहालय (वर्चुअल म्यूजियम) का शनिवार को गंगा तट पर स्थित मान...
वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी की धार्मिक, सांस्कृतिक एवं कला को आधुनिक तकनीक के सहारे वास्तविक होने अहसास कराने का प्रयास कराने वाले देश के प्रथम अनूठे आभासी संग्रहालय (वर्चुअल म्यूजियम) का शनिवार को गंगा तट पर स्थित मानमहल में अवलोकन किया। मोदी ने गंगा किनारे दशाश्वमेध घाट के पास स्थित मानमहल में 11 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित अपने तरह के पहले ‘आभासी संग्रहालय' (वर्चुअल म्यूजियम) का उद्धाटन गत फरवरी में अन्य परियोजनाओं के साथ किया था।
इस सग्रहालय में वाराणसी की संस्कृति, कला एवं धार्मिक विरासत आधुनिक तकनीक के माध्यम से प्रदर्शित की गई है। मानमहल भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग द्वारा संरक्षित स्थानों में से एक है। अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि नेशल काउंसिल ऑफ सांइस म्यूजियम (एनसीएसएम) की देखरेख में तैयार इस संग्रहालय में शिव पूजा, बनारस की गलियां, साहित्य और पत्रकारिकता, बनारसी संगीत और नृत्य, गंगावतरण, आयुर्वेद, मुक्ति धाम, संगीतमय दीवार, रामनगर की करीब ढाई सौ साल पुरानी रामलीला की जीवंत तस्वीर पेश करने की कोशिश की गई है। इसी प्रकार से आने वाले समय में देश के अन्य प्रमुख शहरों में वहां की धार्मिक, सांस्कृतिक, शिक्षा एवं कला की तस्वीर पेश करने की योजना है।
संग्रहालय में प्रोजेक्टर, एलईडी, वीडियो क्लिप समेत श्रव्य द्दश्य माध्यमों के जरिए काशी के पवित्र घाट, शास्त्रीय संगीत, बनारसी साड़ी की बुनाई, रामनगर की रामलीला, प्रमुख स्मारक, पान की दुकानों के बारे में रोचक अंदाज में ‘थ्रीडी' प्रदर्शन किया गया है। संग्रहालय मे एक मंदिर है। जहां लगी घंटी को छूते ही घंटे की आवाज एवं शिवलिंग पर पुष्प वर्षा स्क्रीन पर दिखाई देने लगती है। अगले पल में ही बनारसी पान और काशी की गलियों का खड़े होने का आभास होता है। थ्रीडी वीडियो में गंगा के उद्गम, काशी में प्रवाह और मंदिरों के इतिहास की जानकारी दी जाती है। यहां पहुंचने के बाद ऐसा लगता है जैसे काशी की गलियों में धूम रहे हों। संग्रहालय में बनारस की गली का सजीव अहसास होगा। ऐसा लगेगा की आप खुद उसमें घूम रहे हैं। आडियो से गलियों में होने वाले शोर, मंदिर की घंटी, वाहनों की आवाज आदि सुनाई देगा।