Edited By ,Updated: 31 May, 2016 11:32 AM
इलाहाबाद विश्वविद्यालय की छात्राओं ने बेरोजगारी के खिलाफ संघर्ष कर ‘यूथ फॉर राइट टू एम्प्लॉयमेंट’ के नाम से संगठित होकर कैंडल मार्च निकाला।
इलाहाबाद :इलाहाबाद विश्वविद्यालय की छात्राओं ने बेरोजगारी के खिलाफ संघर्ष कर ‘यूथ फॉर राइट टू एम्प्लॉयमेंट’ के नाम से संगठित होकर कैंडल मार्च निकाला। बेरोजगार लड़कियों ने प्रदेश सरकार से अपने हक के लिए सड़क पर उतरकर लाखों खाली पदों को जल्द भरने की मांंग की। प्रर्दशन के दौरान सैकड़ों की संख्या में लोग सड़क पर उतर कर सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद की।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के महिला छात्रावास परिसर से निकलकर गांधी प्रतिमा, बालसन चौराहा तक आयोजित इस ‘रोजगार अधिकार कैंडल मार्च’ के जरिए बेरोजगार युवाओं ने अपने आक्रोश को शांतिपूर्ण तरीके से मुखर किया। रोजगार को मौलिक अधिकार बनाने की मांंग के साथ इन्होंने बेरोजगारी से लडऩे के तमाम सरकारी दावों को खोखला बताते हुए सवाल किया कि यदि यह सरकारें युवाओं को रोजगार देने और समाज में बेरोजगारी दूर करने का दावा करती हैं, तो इन लाखों खाली पड़े स्वीकृत पदों को क्यों नहीं भरतीं? इनका कहना है कि बेरोजगारी की सबसे ज्यादा मार हम लड़कियों पर पड़ती है, इसलिए अब हम अपने हक के लिए सड़क पर संघर्ष करेंगी।