Edited By Punjab Kesari,Updated: 06 Jan, 2018 12:34 PM
तीन तलाक बिल को लेकर राज्यसभा में हाे रहे हंगामे के दाैरान द्वारिका पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने बड़ा बयान दिया है...
इलाहाबाद: तीन तलाक बिल को लेकर राज्यसभा में हाे रहे हंगामे के दाैरान द्वारिका पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि बिल पास कराने से पहले मुसलमानों की 4 शादियों की छूट पर प्रतिबंध लगना चाहिए। वहीं स्वामी के इस बयान से मुसलमानों में तीन तलाक के साथ-साथ अब 4 शादियों को लेकर भी एक नई बहस शुरू हो गई है।
स्वामी ने कहा है कि मुसलमानों में अगर 4 शादियों पर केंद्र सरकार कानून बनाकर प्रतिबन्ध लगा देगी तो इन्हें तीन तलाक देने की ही नौबत नहीं आएगी। जिस तरह से हिन्दुओं में पहली पत्नी की सहमति से दूसरा विवाह करने की छूट थी और उसे कानून के जरिए खत्म कर दिया गया, उसी तरह से मुसलमानों के लिए भी 4 शादियां करने पर कानून बनाकर रोक लगाया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि एक देश में रहने वाले सभी नागरिकों के लिए शादी को लेकर एक ही तरह का कानून होना चाहिए। शंकराचार्य ने एक तरह से कॉमन सिविल कोड लागू करने की भी केन्द्र सरकार से मांग की है।
स्वामी ने विश्व हिन्दू परिषद और आरएसएस पर राम मंदिर आंदोलन को कमजोर करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा है कि राम मंदिर का ताला तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने मेरी सलाह लेकर ही खुलवाया था, लेकिन उसके बाद विश्व हिन्दू परिषद ने विजय जुलूस निकालकर इस मामले को बिगाड़ दिया, जिससे मुसलमान नाराज हो गए। उन्होंने कहा कि राम मंदिर के लिए हम कटिबद्ध हैं और भगवान राम का मंदिर रामजन्मभूमि पर ही बनेगा।