Edited By Ajay kumar,Updated: 24 Feb, 2024 10:28 AM
राज्यसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी को तगड़ा झटका लगा है। सीसामऊ के सपा विधायक इरफान सोलंकी की राज्यसभा चुनाव में मतदान करने संबंधी याचिका शुक्रवार को एमपीएमएलए सेशन कोर्ट ने खारिज कर दी। अब वह होने वाले राज्यसभा चुनाव में वोटिंग नहीं कर पाएंगे।
कानपुरः राज्यसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी को तगड़ा झटका लगा है। सीसामऊ के सपा विधायक इरफान सोलंकी की राज्यसभा चुनाव में मतदान करने संबंधी याचिका शुक्रवार को एमपीएमएलए सेशन कोर्ट ने खारिज कर दी। अब वह होने वाले राज्यसभा चुनाव में वोटिंग नहीं कर पाएंगे।
महराजगंज जेल में बंद हैं विधायक इरफान सोलंकी
उनके वकील मो. आसिफ की तरफ से झारखंड का हवाला दिया गया था, जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पुलिस अभिरक्षा में विधानसभा की कार्यवाही में शामिल हुए थे। बता दें कि जाजमऊ थाना क्षेत्र स्थित डिफेंस कॉलोनी निवासी एक महिला की झोपड़ी में आग लगाने सहित कई मामलों में इरफान सोलंकी, उनके भाई रिजवान समेत अन्य लोगों के खिलाफ जाजमऊ थाने में मामला दर्ज कराया गया था, जिसके बाद से सपा विधायक महराजगंज जेल में बंद हैं।
10 सीटों पर हो रहा राज्यसभा चुनाव:
राज्यसभा चुनाव के लिए सपा की ओर से जया बच्चन, रामजी लाल सुमन और आलोक रंजन ने नामांकन किया है। वहीं भाजपा की तरफ से आरपीएन सिंह, सुधांशु त्रिवेदी, तेजवीर सिंह, साधना सिंह, अमरपाल मौर्य, संगीता, नवीन जैन ने पर्चा दाखिल किया। इन सभी की आसान जीत तय थी लेकिन नामांकन के आखिरी दिन संजय सेठ ने पर्चा दाखिल कर तय करा दिया।
उम्मीदवार जिताने को ये है वोटों की गणित
विधायकों की संख्या के हिसाब से राज्यसभा की एक सीट के लिए 37 वोटों की जरूरत है। भाजपा के पास 252 वोट हैं। इसके अलावा उसके सहयोगी अपना दल के 13 वोट है, 6-6 वोट सुभासपा और निषाद पार्टी के हैं। वहीं रालोद भी अब एनडीए के पाले में है और उसके 9 वोट भी हैं। ये कुल मिलाकर 286 हुए। भाजपा के 7 उम्मीदवारों को 259 वोट मिलने हैं, जो जीत आसान कर सकते हैं। लेकिन आठवें उम्मीदवार के लिए उसके पास सिर्फ 27 वोट रह जाते हैं। जो 37 की संख्या से 10 कम पड़ेंगे। भाजपा को अपना 8वां प्रत्याशी जिताने के लिए इसी दस की गणित साघनी है। वहीं, सपा की गणित समझें तो उसके पास कुल 108 वोट हैं। कांग्रेस के साथ गठबंधन की घोषणा हो जाने से 2 वोट उसके मान लें। एसे में सपा को अपने तीनों उम्मीदवारों को जिताने के लिए सिर्फ एक और वोट की जरूरत है। हालांकि नाराज चल रहीं पल्लवी पटेल ने अब एक वोट करने की बात कही है। फिर भी अगर उनके वोट को इस गणित से अलग कर दें तो सपा को दो वोट की जरूरत होगी। वहीं दो विधायक जेल में है। अगर उन्हें अनुमति नहीं मिलती है तो आवश्यकता चार वोट की हो जाती है। इस बीच जयंत चौधरी के एनडीए खेमे में आ जाने के बावजूद उनके 9 में से 4 विधायक सपा के ही हैं। ये वो हैं जो विधानसभा चुनाव में सपा गठबंधन के तहत रालोद के टिकट पर चुनाव जीते थे।