Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Feb, 2018 02:30 PM
उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। जहां एक प्रिंसिपल ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। घटनास्थल पर सुसाइड नोट भी बारमद किया गया...
सोनभद्रः उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। जहां एक प्रिंसिपल ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। घटनास्थल पर सुसाइड नोट भी बारमद किया गया है। जिसमें प्रिंसिपल ने बीईओ चोपन सुनील सिंह, एनपीआरसी मनीष श्रीवास्तव, शिक्षिका श्वेता गुप्ता और हेमलता को इसके लिए जिम्मेदार बताया है। पुलिस ने सुसाइड नोट के आधार पर चारों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
जानिए पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक मूल रूप से चुनार मिर्जापुर निवासी अवध बली (54) अरंगी जूनियर हाईस्कूल के प्रिंसिपल थे। इस मामले में पुलिस ने बताया कि अरंगी में तैनात शिक्षिका श्वेता गुप्ता कई-कई दिन अनुपस्थित रहकर छुट्टी मंजूर करने का दबाव बना रही थीं। खंड शिक्षाधिकारी और अन्य भी इसके लिए दबाव बनाते थे। पिछले दिनों भी छुट्टी मंजूर करने का दबाव बनाया गया था।
प्रिंसिपल ने खाया जहर, मौत
जब प्रिंसिपल ने इनकार किया तो 2 दिन पूर्व उन पर श्वेता ने ऑनलाइन छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज करा दिया था। परिवार वालों के मुताबिक तभी से वह परेशान चल रहे थे। बुधवार को अवध बली ने रेणुकापार कडिय़ा विद्यालय जाने वाले रास्ते पर सुबह करीब 10 बजे जहर खा लिया। प्रिंसिपल की गंभीर हालत को देखते हुए ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। प्रिंसिपल को आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
सुसाइड नोट ने किया खुलासा
घटना की सूचना मिलते ही प्रिंसिपल के परिजन अस्पताल पहुंचे। मृतक प्रिंसिपल की जेब से एक सुसाइड नोट मिला। परिवार वालों ने सुसाइड नोट में बताए गए आरोपियों पर मुकदमा दर्ज करने की मांग करते हुए शव उठाने से रोक दिया। मृतक की पत्नी नीलम सिंह की तहरीर पर पुलिस ने चारों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज कर लिया।