Edited By ,Updated: 27 Apr, 2016 01:21 PM
उत्तर प्रदेश के नोयड़ा में डब्ल्यू.एच.ओ द्वार फोर्टिस लॉ फेमे ने ब्रेस्ट मिल्क फाउंडेशन के साथ मिलकर पाश्चुराइज्ड ह्यूमन मिल्क बैंक खोला गया है।
नोएडा: उत्तर प्रदेश के नोयड़ा में डब्ल्यू.एच.ओ द्वार फोर्टिस लॉ फेमे ने ब्रेस्ट मिल्क फाउंडेशन के साथ मिलकर पाश्चुराइज्ड ह्यूमन मिल्क बैंक खोला गया है। यह दिल्ली एनसीआर में पहला बैंक है जहां पर जरुरत मंदो को मां का दूध मिलेगा। बच्चों के दूध को उन तत्वों को ध्यान में रखकर निर्मित किया गया है जो मां के दूध में मौजूद रहते हैं।
ये पहल वल्र्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (डब्ल्यूएचओ) ने नवजात मृत्यु दर घटाने के मकसद से शुरू की है। बैंक डोनर मेथड पर चलेगा। जिस नवजात शिशु को स्तनपान नहीं कराया जा सकता, उसके लिए उनकी मां या किसी अन्य स्वस्थ्य मां से लिया गया दूध ही सबसे उत्तम पोषण का स्रोत होगा।
देशभर में हैं 14 बैंक
फोर्टिस हेल्थकेयर के सी.ई.ओ भवदीप सिंह ने बताया कि नवजात शिशुओं को स्तन का दूध पिलाने से उन्हें होने वाले संक्रमण के मामले घटाने में मदद मिलेगी। इससे उनकी जिंदगी बचाई जा सकेगी। अमारा मिल्क बैंक दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र का पहला मिल्क बैंक है, जो नियोनेटल इंटेंसिव केयर यूनिट्स और अन्य अस्पतालों में रखे गए नवजात शिशुओं को पाश्चुराइज्ड मानव दूध उपलब्ध कराएगा। इंडियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स के आंकड़ों के मुताबिक देशभर में ऐसे केवल 14 बैंक ही मौजूद हैं। बैंक से केवल उन्हीं बच्चों को दूध मुहैया कराया जाएगा, जिन्हें डॉक्टर रिकमेंड करेगा। उन बच्चों को घर से लाने और छोडऩे की पूरी जिम्मेदारी होगी। ये बैंक ब्लड बैंक की तरह ही काम करेगा, जिसमें डोनर की आवश्यकता होगी।